डेस्क : मीरा-भायंदर इलाके में मराठी भाषा को लेकर हुए विवाद के कुछ ही दिनों बाद वहां के पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह नवीन पुलिस आयुक्त के रूप में निकेत कौशिक को नियुक्त किया गया है. यह फैसला 9 जुलाई को लिया गया, जिससे राजनीतिक हलकों और प्रशासनिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. यह पूरा मामला तब सामने आया जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कुछ कार्यकर्ताओं ने एक गैर-मराठी व्यवसायी को कथित रूप से थप्पड़ मार दिया, क्योंकि उसने मराठी में बात करने से इनकार कर दिया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसने राज्य की राजनीति में उबाल ला दिया.
मधुकर पांडे का ट्रांसफर ऐसे वक्त हुआ है जब पुलिस प्रशासन पर इस विवाद को सही ढंग से संभालने को लेकर सवाल उठ रहे थे. माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने यह फैसला हालात को नियंत्रण में रखने और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए लिया है.
इस घटना के बाद मराठी अस्मिता की रक्षा के नाम पर एमएनएस और कुछ अन्य संगठनों ने मीरा-भायंदर में एक विरोध रैली निकाली. इस रैली में स्थानीय नागरिकों की भागीदारी भी देखी गई, जो क्षेत्र में मराठी भाषा और संस्कृति की अहमियत को लेकर चिंतित हैं.
निकेत कौशिक, जो अब मीरा-भायंदर के नए पुलिस आयुक्त होंगे, उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द और भाषा के प्रति सम्मान बनाए रखने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस संवेदनशील स्थिति को किस प्रकार से संभालते हैं.