आलेख

हिंदी दिवस पर विशेष : घड़ियाली आंसू नहीं, चिंतन की जरूरत (अवनीश मिश्र)

14 सितंबर यानी हिंदी दिवस। आज से पूरे देश में हिंदी सप्‍ताह और हिंदी पखवाड़ा मनाया जाएगा। देश के अधिकांश जगहों पर हाशिये पर जा रहे हिंदी के खतरे के लिए घडि़याली आंसू भी हिंदी प्रेमी बहायेंगे। जबकि, हर साल की भांति इस साल भी हिंदी सप्ताह की समाप्ति के बाद हिंदी भाषा और उसके […]

आलेख

आज मैं मुगलकालीन इतिहास पढ़ रहा था. तो कहते हैं न कि इतिहास अपने-आप को दुहराता है, बात बिल्कुल ठीक लगी. वर्तमान में, मोदी जी वही गलतियाँ कर रहे हैं जो कभी औरंगजेब ने की थीं! वंशानुक्रम में औरंगजेब नीचे था. उसने अपने से वरिष्ठ और काबिल भाइयों को ठिकाने लगा दिया. मोदी जी ने […]

आलेख

भारत तभी नशामुक्त होगा, जब हम स्वयं होंगे नशामुक्त (नागेंद्र सिंह चौहान)

मैं नशामुक्त समाज आंदोलन ‘अभियान कौशल का’ प्रांतीय सह-संयोजक हूँ। मैं साल भर से लगातार नशामुक्ति का अमृत कलश लेकर चल रहा हूँ। मैं स्कूल-कॉलेज में नशामुक्त संकल्प सभा करता हूँ। मैं गांव में नशामुक्त चौपाल भी लगाता हूँ। मैं और मेरी पूरी टीम यूपी को ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत को नशामुक्त बनाने की […]

आलेख

जयंती विशेष : भारतीय क्रांति के महानायक थे वीर सावरकर (मृत्युंजय दीक्षित)

“मुझे प्रसन्नता है कि मुझे दो जन्मों के कालापानी की सजा देकर अंग्रेज़ सरकार ने हिंदुत्व के पुनर्जन्म सिद्धांत को मान लिया है”, ऐसी भावपूर्ण उद्घोषणा करने वाले भारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायक विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के भगूर ग्राम में 28 मई 1883 को हुआ था। विनायक के पिता […]

आलेख

पुण्यतिथि विशेष : बतौर पीएम रविवार को भी दफ्तर में काम करते थे नेहरू, आजादी से पहले ही संभाल लिया था सचिवालय का सारा काम (अवनीश मिश्र)

आज आधुनिक भारत के निर्माता, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि है। वे 17 वर्षों तक लगातार देश के प्रधानमंत्री रहे। नेहरू जी (Jawahar Lal Nehru) का नाम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। 15 अगस्त, 1947 को देश स्वतंत्र हुआ। पंडित नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने। […]

आलेख

पुण्यतिथि विशेष : राजीव गांधी की वो उपलब्धियां जिनके लिए देश आज भी करता है उन्हें याद

इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 से 1991 के बीच राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे. इन पांच वर्षों में ही इस युवा प्रधानमंत्री ने अपने कार्यों से देश की जनता के दिलोदिमाग में अमिट छाप छोड़ी. एक ही कार्यकाल में कई ऐसे कार्य किए, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया […]

आलेख

जानें क्या है ‘मदर्स डे’ का इतिहास और इसका महत्व (साहित्य मौर्य)

मां का हमारी जिंदगी में सबसे अहम लोग होता है। मां की कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता है और मां हमेशा अपने बच्चों की बात कहे बिना ही आसानी से समझ जाती हैं। अच्छी परवरिश से लेकर सही मार्गदर्शन के रूप में हर वक्त वो साथ देती हैं। वैसे तो एक मां के […]

आलेख

‘कबीर ने भी किया बखान, शिक्षक जैसा कोई ना महान’ (उमर अली खान)

शिक्षक एक आशा है, शिक्षक प्रेरणा है, शिक्षक उत्तेजना है, शिक्षक गौरव है. जो शिक्षक वास्तव में बुद्धिमान है, वह आपको अपनी बुद्धिमानी के हिसाब से नहीं बताता, बल्कि आपके दिमाग को समझकर आपके मुताबिक आपको बनाता है. माता-पिता हमें इस दुनिया में लाते अवश्य हैं, लेकिन शिक्षक ही वह शक्ति है जो जीवन के […]

आलेख

तुम जी भरकर जी लो… (नागेंद्र सिंह चौहान)

मेरे दोस्त, तुम अपने जीवन को लेकर संजीदा हो जाओ। समय बहुत तेजी से गुजरता जा रहा है। यह जिन्दगी तुमको दोबारा कोई मौका नहीं देगी। यह मानव जीवन बड़ी मुश्किल से मिलता है। तुम इसको अच्छे से जीने की कला सीख लो। तुम परहित करके अपना जीवन सफल बना लो। क्योंकि, तुम्हारी जिन्दगी कहीं […]

आलेख

आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री जयंती विशेष : एक कथाकार के जीवन की अनकही कहानी (निशा डागर)

हिंदी साहित्य के छायावाद युग में छंदबद्ध कविता लिखने में अगर कोई निराला की बराबरी कर पाया, तो वह थे आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री! ‘भारत भारती पुरस्कार’ से सम्मानित जानकी वल्लभ ने शुरुआत संस्कृत में कवितायें लिखने से की थी। उनकी संस्कृत कविताओं का संकलन ‘काकली’ के नाम से साल 1930 के आसपास प्रकाशित हुआ। […]