डेस्क : पाकिस्तान की राजनीति और सेना के बीच तनातनी एक बार फिर सामने आई है. इस बार वजह बनी है जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल की उपाधि मिलना. जनरल मुनीर को भारत के साथ हालिया तनाव के दौरान उनकी भूमिका के लिए मंगलवार को फील्ड मार्शल पद पर पदोन्नत किया गया. यह पाकिस्तान के इतिहास में सिर्फ दूसरी बार हुआ है जब किसी अधिकारी को यह सम्मान मिला हो.
लेकिन इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जनरल मुनीर पर करारा तंज कसते हुए कहा, “उन्हें फील्ड मार्शल नहीं, सीधे राजा घोषित कर देना चाहिए था, क्योंकि इस वक्त पाकिस्तान में जंगल राज चल रहा है.”
इमरान खान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पाकिस्तान में अब कानून नहीं बल्कि ताकत का राज है. उन्होंने कहा, “जब जंगल में सिर्फ एक ही राजा होता है, तो शायद जनरल मुनीर को ‘राजा’ कहना ज्यादा सटीक होता.”
इमरान ने साफ किया कि उनके और आर्मी के बीच किसी तरह की कोई बातचीत या सौदेबाज़ी नहीं हो रही है. उन्होंने इन अफवाहों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि “ऐसे झूठी बातों का कोई आधार नहीं है.”
इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि “देश इस वक्त बाहरी खतरों, आतंकवाद और आर्थिक तबाही से जूझ रहा है. लेकिन सरकार और सेना की प्राथमिकता केवल अपनी सत्ता बनाए रखना है.”
उन्होंने कहा कि “मैंने कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगा, न ही अब मांगता हूं. लेकिन अगर सेना को वाकई पाकिस्तान की फिक्र है, तो उन्हें मेरी बात सुननी चाहिए.”
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र और इंसाफ को दबाया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि “आज जो जितना बड़ा चोर है, उसे उतना ही ऊंचा पद मिल रहा है. ऐसे में आम आदमी के लिए न्याय की उम्मीद खत्म हो रही है.”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “शहबाज शरीफ पर 22 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, फिर भी वह प्रधानमंत्री बने हुए हैं. वहीं मेरी बहनों और वकीलों को मुझसे मिलने तक नहीं दिया जा रहा.”
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान में कानून अब सिर्फ कमजोर लोगों के लिए बचा है. उन्होंने बताया कि उन्हें महीनों से अपने बच्चों से मिलने नहीं दिया गया, किताबें नहीं दी गईं और डॉक्टर से मिलने पर भी रोक है. “यह सब कुछ कानून और अदालतों की अनदेखी है,” उन्होंने कहा.
ड्रोन हमलों का ज़िक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि “अपने ही लोगों के घरों पर बम गिराने से आतंकवाद नहीं रुकता, बल्कि और बढ़ता है.” उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान में हमने अमेरिका के ड्रोन हमलों को बड़ी मुश्किल से बंद कराया था, अब उसी रास्ते पर फिर लौटना सही नहीं है.”