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दरभंगा : विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग दो महाविद्यालयों के सहयोग से 10 एवं 11 मई को करेगा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

‘संस्कृतशास्त्र एवं उसके विविध आयाम’ विषयक सेमिनार में देश-विदेश के 300 से अधिक विद्वानों की होगी सहभागिता

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग, वीएसजे कॉलेज, राजनगर तथा एमएलएस कॉलेज, सारिसबपाही, मधुबनी के संयुक्त तत्वावधान में 10 एवं 11 मई, 2025 को जुबली हॉल में “संस्कृतशास्त्र एवं उसके विविध आयाम” विषयक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में आयोजन किया जाएगा। सेमिनार हेतु कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी- मुख्य संरक्षक, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो मंजू राय- संरक्षक, प्रो जीवानन्द झा- आयोजन सचिव, डॉ कृष्णकांत झा- संयोजक तथा डॉ आर एन चौरसिया- समन्वयक के दायित्व में रहेंगे।
सेमिनार की सुचारु तैयारी के उद्देश्य से संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो की अध्यक्षता में आयोजन समिति की बैठक हुई, जिसमें प्रो जीवानन्द झा, डॉ कृष्णकांत झा, डॉ शशिकांत पांडे, डॉ आर एन चौरसिया, डॉ ममता स्नेही, डॉ मोना शर्मा, सदानन्द विश्वास, मणिपुष्पक घोष, रितु कुमारी, रंजेश्वर झा, मंजू अकेला, उदेय कुमार उदेश, योगेन्द्र पासवान, संगम जी झा आदि उपस्थित थे।
पीजी संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के माध्यम से संस्कृत भाषा एवं साहित्य के सभी अंगों से संबंधित विषयों को विद्वानों एवं शोधार्थियों द्वारा गहनता एवं सूक्ष्मता से अध्ययन कर शोध पत्रों के माध्यम से व्यक्त किया जाएगा, जिससे संस्कृत की लोकप्रियता और अधिक बढ़ेगी। आयोजन सचिव प्रो जीवानन्द झा ने बताया कि सेमिनार के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी करेंगे, जबकि महात्मा गांधी सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी, मोतीहारी के कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव- मुख्य अतिथि के रूप में, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति- प्रो देवनारायण झा एवं कुलपति प्रो लक्ष्मी निवास पाण्डेय- सारस्वत अतिथि, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व प्रति कुलपति प्रो सिद्धार्थ शंकर सिंह- बीज वक्ता, महात्मा गांधी सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी, मोतीहारी के ह्यूमिनीटिज एवं लैंग्वेज डीन प्रो प्रसून दत्त सिंह- विशिष्ट अतिथि होंगे। संयोजक डॉ कृष्णकांत झा ने बताया कि अब तक यूरोपियन यूनियन के देश पोलैंड से नव्यन्याय के विद्वान् मारेक लइस्का, नीदरलैंड के व्याकरण- शिक्षाविद् डॉ सूरज रथ, कोलकाता विश्वविद्यालय की वेद- विदूषी प्रो मउ दास गुप्ता तथा कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं प्राचीन अध्ययन विश्वविद्यालय, असम के संस्कृत- प्राध्यापक डॉ सुधाकर मिश्रा आदि ने रिसोर्स पर्सन के रूप में अपनी सहमति प्रदान की है।
अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के कोऑर्डिनेटर डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि इस सेमिनार में संस्कृत, हिन्दी, संगीत, मैथिली, एआईएच, दर्शनशास्त्र, उर्दू, इतिहास, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र एवं राजनीति विज्ञान आदि के विद्वान्, शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। इच्छुक व्यक्ति विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में आकर अथवा आयोजन सचिव-7004367982, समन्वयक- 9905437636 या कार्यालय प्रभारी मणिपुष्पक घोष- 7908199344 से संपर्क कर अपना पंजीयन कर सकते हैं।

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