दरभंगा। दरभंगा पत्रकारिता जगत ने आज अपने दो अनमोल सितारों को याद किया गया। दिवंगत पत्रकार मोहन चंद्रवंशी और रविकांत ठाकुर उर्फ नंदू जी। इन दोनों दिवंगत पत्रकारों की स्मृति में सोमवार को लहेरियासराय स्थित दरभंगा प्रेस क्लब में श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम वरिष्ठ पत्रकार कौशल किशोर कर्ण की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों ने भाग लिया। दो मिनट के मौन से कार्यक्रम शुरू हुई। हर आंख नम थी, पर सभी के चेहरों पर इन दोनों दिवंगत साथियों के प्रति सम्मान और गर्व झलक रहा था। वक्ताओं ने दोनों पत्रकारों व्यक्तित्व, योगदान, संवेदनशीलता को याद किया।श्रद्धांजलि सभा में जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद ने श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा मोहन चंद्रवंशी जी हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से भरे रहते थे। उनका सौम्य स्वभाव,सरल व्यक्तित्व सभी को प्रेरित करता था।वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र ने कहा मोहन चंद्रवंशी का जाना व्यक्तिगत और पेशेवर,दोनों स्तरों पर गहरा आघात है। उनकी सोच साफ,लेखन प्रभावशाली, व्यक्तित्व अत्यंत विनम्र था। वरिष्ठ पत्रकार आफताब हुसैन जिलानी ने कहा मोहन जी पुराने मूल्यों वाले संवेदनशील, अनुभवी पत्रकार रहे है। जो गंभीर विषयों को सरलता से प्रस्तुत करते थे। उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति है। पत्रकार अब्दुल कलाम ‘गुड्डू’, राजकुमार रंजन, नवेंदु शेखर पाठक और अभिषेक कुमार ने भी अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा मोहन चंद्रवंशी समर्पित और सच्चे पत्रकार थे। जिन्होंने पत्रकारिता को एक मिशन की तरह जिया। पत्रकारों में अमर कुमार मिश्रा, इम्तियाज अहमद, गौरव झा,रमन कुमार चौधरी,पप्पू सिंह,जीएम फिरोज, मो जाहिद अनवर, नीरज कुमार राय, विनय ठाकुर,अफजल खान,अशोक लाल देव, सोनू झा, फैज अकरम,जुनेद आलम, मो अब्दुल कलाम (गुड्डू राज), मनोज झा, अजीत कुमार सिंह, प्रिंस राज, सूरज कुमार, गिरीश कुमार, विनय ठाकुर,मन्नू कुमार,अफजल खान,चंद्रजीत कुमार, मो नासिर हुसैन(हुसैन मंसूरी), राकेश कुमार, शहाबुद्दीन,संजय कुमार उर्फ़ गुड्डू, मुशर्रफ अहमद, विनोद कुमार शर्मा, लालबाबू अंसारी,वीरू पासवान, फैज अकरम, विक्की, अमित कुमार,ग्रीस कुमार, वरुण ठाकुर, चंद्रप्रकाश कर्ण ‘टिंकू’, सोनू झा, नफीस करीम आदि पत्रकार शामिल थे। अंत में सर्वसम्मति से यह कहा गया कि रविकांत ठाकुर (नंदू जी) और मोहन चंद्रवंशी की सादगी, उनकी लेखनी और मुस्कुराहट हमेशा दरभंगा की पत्रकारिता जगत को प्रेरणा देती रहेगी। संचालन राकेश कुमार झा ने किया। दोनों का जाना पत्रकारिता के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है दिवंगत आत्माओं को शांति,परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।