डेस्क : मुंबई नगर निकाय ने करीब छह समुद्र तटों पर तैनाती के लिए तुर्किये निर्मित रोबोटिक ‘लाइफबॉय’ खरीदने की अपनी योजना रद्द कर दी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह निर्णय ऐसे वक्त में लिया गया है जब पाकिस्तान को समर्थन देने की वजह से तुर्किये को भारत की ओर से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि लोगों को डूबने से बचाने में ‘लाइफगार्ड’ की सहायता के लिए डिजाइन की गई रिमोट संचालित बचाव मशीनें गिरगांव चौपाटी, शिवाजी पार्क दादर, जुहू, वर्सोवा, अक्सा और गोराई समुद्र तटों पर तैनात की जानी थी.
नगर आयुक्त भूषण गगरानी से जब पूछा गया कि क्या बीएमसी ने तुर्किये में निर्मित रोबोटिक ‘लाइफबॉय’ खरीदने की योजना को रद्द कर दिया है, तो उन्होंने हां में जवाब दिया. मशीन की प्रत्येक इकाई में दो दो वॉटर जेट लगे हैं, 10,000 एमएएच की ‘रिचार्जेबल’ बैटरी लगी है और इसकी क्षमता 200 किलोग्राम तक वजन उठाने की है. अधिकारियों के अनुसार, यह 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से समुद्र में 800 मीटर की दूरी तय कर सकती है और लगभग एक घंटे तक काम कर सकती है.
पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के दौरान तुर्किये द्वारा इस्लामाबाद को कूटनीतिक और सैन्य समर्थन दिए जाने के बाद नगर निकाय को इस समझौते के लिए राजनीतिक दलों की ओर से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी सहयोगी शिवसेना सहित राजनीतिक नेताओं ने स्वदेशी विकल्पों को बढ़ावा देने के बजाय विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से उपकरण खरीदने पर सवाल उठाया था.