दरभंगा : वक़्फ़ संशोधन बिल 2025 के खिलाफ दरभंगा टावर चौक पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के नीचे आज जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व महापौर ओम प्रकाश खेड़िया उर्फ मिट्ठू खेड़िया ने की। कार्यक्रम में महागठबंधन समर्थित विभिन्न राजनीतिक सामाजिक संगठनों के नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। जनसंवाद कार्यक्रम का मंच संचालन रियाज खान कादरी ने किया।
कार्यक्रम में संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ अभियान के संयोजक सह पार्षद नफ़ीसुल हक रिंकू ने कहा कि इस लड़ाई को हम तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक सुप्रीम कोर्ट वक्फ संशोधन कानून का फैसला मुसलमान के हक में नहीं सुनाता। उन्होंने बताया कि वह 5 मई को उच्चतम न्यायालय में दायर याचिकाओं पर सुनवाई के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
जनसंवाद कार्यक्रम को जिन वक्ताओं ने संबोधित किया उनमें भाकपा (माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नियाज़ अहमद, नफीसुल हक रिंकू, रियाज़ खान कादरी, रुस्तम कुरैशी, मोहम्मद उमर, आरवाईए के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, आइसा नेता प्रिंस कर्ण, केसरी यादव, रानी सिंह, अभिषेक कुमार, देवेंद्र साह, रंजन सिंह, मंजर अली, मिठ्ठू खेड़िया पूर्व महापौर, राजा अंसारी, अकरम सिद्दीकी, सिवगतुल्ला खान उर्फ डब्बू, शाहिद अथर, जमीर खान, राम नारायण झा, डॉ. जमाल हसन, सरफराज अनवर, प्रिंस परवेज, गंगा मंडल नगर अध्यक्ष राजद, अजय जालान, नजरे आलम, साबिर हुसैन लड्डू, पप्पू खान, मोहम्मद एहसान सिद्दीकी, फैयाज अहमद, ललित कुमार सहनी, सचिन राम, वसीम अहमद, सिद्धांत गगनानी, बालक सहनी, देवेंद्र शाह, भोलू यादव, शोएब अहमद खान जनसुराज, उप-महापौर नाजिया हसन, फिरदौस जहां पार्षद, फिरोज आलम पार्षद, तनवीर आलम, रजाउल्लाह अंसारी, अशरफ अहमद, रियाजुद्दीन कुरैशी, सलमान सादिक, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद नौशाद, अमजद अब्बास मुखिया, मोहम्मद साबिर, शत्रुघ्न प्रसाद उर्फ नारद यादव, असमतुल्लाह तौहीद, मोहम्मद बाबर, हारून रशीद राईन खालिद, रजा कादरी, मोहम्मद फरहान, मोहम्मद तहसीन सय्यद, आफताब अशरफ, साजिद कैसर, मोहम्मद असलम, निसार अहमद वार्ड पार्षद, सैयद खलीकुज़मा और पप्पू सरदार पार्षद, नसीम अख्तर, दुलारे, शादाब अख्तर, जावेद अशरफ एवं अन्य लोग सम्मिलित रहे।
जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने एक स्वर में वक़्फ़ संशोधन कानून 2025 को संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ बताया। वक्ताओं ने कहा कि देश की मोदी सरकार इस बिल के माध्यम से मुस्लिमों द्वारा अपने कौम की शिक्षा और रोजगार के लिए दी गई जमीन को लूटकर अडानी-अंबानी को देने की साजिश कर रही है। देश के तमाम संसाधनों को बेचने वाली सरकार वक़्फ़ की जमीन पर नापाक नजरें रखी हुई है, जिसे देश के न्याय पसंद लोग कभी पूरा नहीं होने देंगे। वक्ताओं ने कहा कि देश के तमाम न्याय पसंद लोगों की नजर 5 मई को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा होने वाले निर्णय पर टिकी हुई है। उम्मीद है कि न्यायालय से न्याय मिलेगा और सरकार को झुकना पड़ेगा जैसे किसान विरोधी कानून के खिलाफ आंदोलन में झुकना पड़ा।
कार्यक्रम की शुरुआत पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ हुई।