डेस्क (निशांत झा) : बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपानीत एनडीए सरकार में कानून का राज है। भय, भूख, भ्रष्टाचार तथा अपराध के लिए बिहार में कोई जगह नहीं है। राजद और राजद के नेताओं को बिहार की कानून-व्यवस्था पर बोलने का नैतिक हक नहीं है। बेहतर यही होगा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा उनके सहयोगी बिहार सरकार पर टिप्पणी करने के बजाय अपने अतीत का अवलोकन करें। दरभंगा के सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपालजी ठाकुर ने तेजस्वी यादव तथा राजद नेताओं द्वारा बिहार सरकार तथा बिहार की कानून-व्यवस्था पर टिप्पणी किए जाने को राजद नेताओं के अज्ञान का परिचायक बताते हुए कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है तथा क्राइम, करप्शन व कम्युनलिज्म से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
राजद तथा लालू राबड़ी के शासन को जंगलराज बताते हुए सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि 1990 से 2005 के राजद के शासन काल में बिहार अराजक तत्वों के हाथों में था तथा लूट, हत्या और अपहरण जैसी अराजक घटनाएं उद्योग के रूप में चर्चित थीं, जबकि 2005 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए सरकार के बनते ही बिहार के विकास की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी। बिहार में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और मनोरंजन के साथ-साथ पोशाक योजना, बालिका छात्रवृत्ति योजना, साइकिल योजना, जल जीवन हरियाली अभियान जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के कारण बिहार के विकास की चर्चा वैश्विक स्तर पर होने लगी।
सांसद डॉ. ठाकुर ने राजद नेताओं के बयानों को दिवास्वप्न बताते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी तिहाई बहुमत से एनडीए सरकार का बनना तय है।