‘विकसित भारत के निर्माण में प्रवासी बिहारियों का अहम योगदान, भाजपा के राष्ट्रव्यापी विकास और विस्तार में प्रवासी बिहारी बनेंगे ब्रांड एंबेसेडर’, बोले दरभंगा सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर
पुणे (निशांत झा) : ‘बिहार दिवस’ के माध्यम से भाजपानीत सरकार में बिहार में हुए अभूतपूर्व विकास की राष्ट्रीय स्तर पर रह रहे प्रवासी बिहारियों के बीच 75 बड़े शहरों, जिलों तथा लोकसभा क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से चर्चा की गई। इन कार्यक्रमों में बिहार का विभिन्न राज्यों से ऐतिहासिक संबंध तथा उन राज्यों के निर्माण में प्रवासी बिहारियों के योगदान को रेखांकित किया गया जो आनेवाले समय में भाजपा के लिए दूरगामी तथा प्रभावी साबित होगा। बिहार एक प्रांत ही नहीं है, वरन एक संस्कार और विचार है जो देश के किसी कोने में रहकर भी अपनी मेहनत तथा उद्यम के माध्यम से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के मूलमंत्र के साथ पीएम मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की प्रेरणा देता है। बिहार फाउंडेशन तथा मिथिला विकास मंच एवं मिथिला विकास संस्था, पुणे के तत्वावधान में महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित कार्यक्रम में दरभंगा सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपालजी ठाकुर ने उपरोक्त विचार व्यक्त किए।
पुणे के सांसद श्रीरंग अप्पा वारेन, बिहार भाजपा के कोषाध्यक्ष आशुतोष शंकर सिंह तथा पुणे भाजपा जिला कमिटी के साथ बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष राहुल रंजन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का सांसद डॉ. ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर बिहार की संस्कृति और प्रवासी बिहारियों की विकसित भारत के निर्माण में भूमिका विषय को रेखांकित करते हुए कहा डॉ. ठाकुर ने कहा कि बिहार केवल एक प्रांत का नाम ही नहीं है, बल्कि अपने परिश्रम तथा संस्कारों के बदौलत बिहार से बाहर रहकर भी वहां की उन्नति तथा विकास के लिए सतत जागरूक रहने के संकल्पों का पर्याय है। सांसद डॉ. ठाकुर ने ‘बिहार दिवस’ के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के मूलमंत्र के साथ मनाए जा रहे कार्यक्रमों की महत्ता की चर्चा करते हुए कहा कि प्रवासी बिहारी आज भाजपा के राष्ट्रव्यापी विकास का ब्रांड एंबेसेडर बन चुके हैं। सांसद डॉ. ठाकुर ने बिहार की ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक गरिमा का बखान करते हुए कहा कि बिहार ने सभ्यता के विकास के बाद देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था, ज्ञान परंपरा तथा साहित्य-संगीत के साथ विभिन्न आयामों का संदेश दिया, नालंदा और तक्षशिला इसके ज्वलंत उदाहरण हैं।
सांसद डॉ. ठाकुर ने बिहार फाउंडेशन के कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही पुणे के इकोरी में माता वैष्णव देवी मंदिर में दर्शन व पूजन भी किया तथा पुणे स्थित भोसरी में रह रहे मैथिल परिवारों द्वारा स्थापित दुर्गा मंदिर में दर्शन किया। साथ ही, उन्होंने पुणे के न्याति एबिटा के पौडवाल रोड धनौरी में छठ पूजा समिति के साथ भेंटकर उनका उत्साहवर्धन किया। वहीं, पुणे के मैथिली समाज संस्था द्वारा आयोजित बिहार स्थापना दिवस समारोह में भाग लेकर मिथिला विकास मंच के बैनर तले आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भाग लिया। इन कार्यक्रमों में सांसद डॉ. ठाकुर ने मिथिला की लोक परंपरा की जमकर सराहना करते हुए कहा कि छठ पूजा, सामा चकेबा और झिझिया जैसे धार्मिक आयोजन आज देश ही नहीं, वरन वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन चुके हैं।
सांसद डॉ. ठाकुर ने 113वें ‘बिहार दिवस’ को एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए पुणे और महाराष्ट्र में रह रहे प्रवासी बिहारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत’ तथा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की जिस परिकल्पना के संदेशों को मजबूत बनाने का आह्वान किया है, बिहारवासी तथा प्रवासी बिहारी उन संकल्पों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस मौके पर मिथिला विकास मंच पुणे के अध्यक्ष मिहिर अरुण झा, मिथिला विकास संस्था की अध्यक्ष संगीता पवन चौधरी के साथ प्रदीप झा, अजय कुमार, जटाशंकर चौधरी, गणेश झा, सुमन झा, मनोज झा, सुबोध झा, सरोज कुमार, नारायण सिंह, रामशंकर ठाकुर, शैलेन्द्र राय, शम्मी देवी, शंकर झा एवं धर्मेद्र चौधरी आदि मौजूद थे।