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दरभंगा : नगर निगम के पार्षदों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर सौंपा मांग-पत्र

दरभंगा (नासिर हुसैन)। दरभंगा नगर निगम के पार्षद एवं पार्षद प्रतिनिधियों ने प्रमंडलीय पार्षद महासंघ के अध्यक्ष सह वार्ड-13 के पार्षद राजीव कुमार के नेतृत्व में नगर निगम के नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता से मुलाकात कर मांग-पत्र सौंपा। इस दौरान वार्ड-17 पार्षद विकास कुमार, वार्ड-48 पार्षद सुभाष गुप्ता, वार्ड-19 पार्षद रवि रोहन, वार्ड- 35 पार्षद प्रतिनिधि संतोष ठाकुर, वार्ड-22 पार्षद प्रतिनिधि अरुण शर्मा, वार्ड-8 पार्षद प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार राय, वार्ड-20 पार्षद प्रतिनिधि डॉ. जमाल हसन, वार्ड-23 पार्षद प्रतिनिधि लक्ष्मण चौधरी एवं वार्ड-40 पार्षद प्रतिनिधि अविनाश सहनी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। मांग-पत्र में 13 जनवरी को आयोजित बोर्ड की बैठक में पार्षदों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर नगर निगम प्रशासन की ओर से उचित जवाब न देने को लेकर नाराजगी जताई गई है। पार्षद राजीव कुमार ने बताया कि मांग-पत्र में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि 13 जनवरी को हुई बोर्ड की बैठक में नियम संगत रूप से पूरे सदन ने नगर निगम के आय-व्यय एवं जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी देने की मांग की थी। पार्षदों ने यह अपेक्षा की थी कि नगर निगम प्रशासन उन्हें वित्तीय वर्ष के खर्चों, आगामी विकास कार्यों, नगर निगम की योजनाओं और अन्य जनहित से जुड़े मुद्दों की पूरी जानकारी देगा। पार्षद प्रतिनिधि लक्ष्मण चौधरी ने कहा कि बैठक की प्रोसिडिंग में इन महत्वपूर्ण मांगों की कोई चर्चा नहीं की गई, जिससे पार्षदों में गहरा असंतोष है। पार्षदों का कहना है कि यह नगर निगम प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर संदेह उत्पन्न करता है। पार्षद प्रतिनिधि डॉ. जमाल हसन ने चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के भीतर इन मांगों पर सही जानकारी सभी पार्षदों को नहीं दी गई तो नगर निगम के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेता और बोर्ड की बैठक में पार्षदों की उठाई गई चिंताओं का संतोषजनक जवाब नहीं देता।पार्षद रवि रोहन ने नगर निगम प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठते हुए कहा कि पार्षद जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं जो जनता की समस्याओं को निगम के समक्ष रखते हैं। लेकिन, जब नगर निगम ही उनकी मांगों को नजरअंदाज करेगा तो आम जनता की समस्याओं का समाधान कैसे संभव होगा। पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन पारदर्शिता और जवाबदेही से बच रहा है, जिससे शहर के विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं। पार्षद सुभाष गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे नगर निगम मुख्यालय पर धरना देंगे। इसके लिए सभी वार्डों के पार्षदों को एकजुट किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पार्षद इस आंदोलन में भाग ले सकें। तालाबंदी और धरना-प्रदर्शन के जरिए नगर निगम प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा कि वह पार्षदों को वित्तीय और प्रशासनिक गतिविधियों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराए।

 

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