डेस्क : मोकामा फायरिंग मामले में प्रमुख आरोपी गैंगस्टर सोनू ने पंचमहला थाने में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. सोनू, जो कुख्यात सोनू-मोनू गैंग का सदस्य है, के खिलाफ इस मामले में दो एफआईआर दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार, अन्य आरोपी भी जल्द ही सरेंडर कर सकते हैं.
पिछले बुधवार को मोकामा में पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच करीब 70-80 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बच गए. इस घटना में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लग गई थी. वारदात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज कीं. पहली एफआईआर एक ग्रामीण के आवेदन पर सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ दर्ज हुई. दूसरी एफआईआर सोनू-मोनू की मां उर्मिला देवी के बयान पर अनंत सिंह के खिलाफ की गई. जबकि, तीसरी एफआईआर पुलिस द्वारा फायरिंग और काम में बाधा डालने के संबंध में की गई.
यह फायरिंग जलालपुर नौरंगा गांव और डुमरा पंचायत के हेमजा गांव में हुई, जो पंचमहला थाने से महज 500 मीटर और 1 किलोमीटर की दूरी पर हैं. पुलिस घटनास्थल के पास होने के बावजूद गोलीबारी को रोकने में असफल रही.
सोनू के सरेंडर के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पुलिस ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों को भी एफआईआर में नामजद किया है. ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग के अनुसार, इस मामले में आरोपियों की भूमिका की विस्तृत जांच की जा रही है.
मोकामा फायरिंग मामला न केवल क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि इसने राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ की ओर भी इशारा किया है. पुलिस की जांच और आरोपी के सरेंडर से यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मामले का समाधान कैसे होता है और दोषियों को कब सजा मिलती है.