डेस्क : मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में कल रामनवमी के जुलूस के दौरान उपद्रवियों द्वारा किये गये पथराव के बाद आगजनी की घटनाएं हुईं, जिसमें कुछ वाहनों को आग लगा दी गई. इस घटना के बाद प्रशासन ने शहर के तीन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है, जबकि पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इस पथराव में खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी और दो अन्य पुलिसकर्मियों सहित कुछ आम लोग भी घायल हुए हैं.
खरगोन के जिलाधिकारी अनुग्रह पी ने कहा कि पूरे शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि तालाब चौक और टवडी सहित शहर के तीन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है. अनुग्रह ने बताया कि पथराव के बाद आगजनी की छिटपुट घटनाएं हुई हैं. जरूरी सेवाओं को छोड़कर लोगों के घर से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
वहीं, खरगोन के अपर जिलाधिकारी सुमेर सिंह मुजाल्दे ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित तालाब चौक पर रामनवमी का जुलूस निकलते ही कुछ उपद्रवियों ने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव कर दिया. उन्होंने कहा कि इसके चलते पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. उन्होंने कहा कि इसके बाद कुछ अन्य क्षेत्रों में भी पथराव की घटनाएं हुए. मुजाल्दे ने बताया कि इन घटनाओं में पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल भी हुए हैं.
जिलाधिकारी ने बताया कि इस जुलूस को खरगोन शहर का शायद एक चक्कर मारना था, लेकिन हिंसा को देखते हुए इसे आधे रास्ते में खत्म कर दिया गया है.खरगोन पुलिस अधीक्षक के पैर में चोट आई है और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जब समाचार एजेंसी ने पुलिस अधीक्षक चौधरी के नंबर पर आज रात को फोन लगाया, तो कॉल को एक पुलिसकर्मी ने उठाया और कहा कि चौधरी आराम कर रहे हैं. इस पुलिसकर्मी ने कहा, ‘‘पुलिस अधीक्षक के पैर में चोट आई है. वह ठीक है.’’