
दरभंगा में सेंट्रल बैंक का मेगा क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम आयोजित, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने दरभंगा में 45 करोड़ का ऋण स्वीकृत, जीविका दीदियों के नाम
दरभंगा। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय, दरभंगा के तत्वाधान में कृषि एवं एम.एस.एम.ई के लिए मेगा क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को लहेरियासराय स्थित प्रेक्षागृह में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख, अरूप कुमार मंडल, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, आरती कुमारी, नाबार्ड की डीडीएम, राजनंदनी, जिला अग्रणी प्रबंधक, विकास कुमार, मुख्य प्रबंधक ऋतु रंजन कुमार एवं पंकज चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस कृषि ऋण आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य “सशक्त कृषि, समृद्ध ग्राम की थीम पर किसानों, कृषि से जुड़े लाभार्थियों एवं जीविका समूहों को वित्तीय सहयोग प्रदान कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, दरभंगा क्षेत्र द्वारा कुल 45 करोड़ रुपये की ऋण राशि स्वीकृत की गई तथा चेक वितरण किया गया। एसएचजी से जुड़ी महिलाओं को 15 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई। क्षेत्रीय प्रमुख अरूप कुमार मंडल ने जीविका दीदी की तारीफ करते हुए कहा कि जीविका से जुड़ी महिलाएँ आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुकी हैं। उनकी मेहनत, प्रतिबद्धता और आत्मनिर्भरता ने न सिर्फ उनके परिवारों को सशक्त किया है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया है। उन्होंने बैंक की विभिन्न योजनाओं का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया और री-केवाईसी एवं घर वापसी स्कीम पर विशेष जोर दिया। उन्होंने आत्मनिर्भरता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा बैंक हर संभव सहायता के लिए संकल्पित है। क्षेत्रीय प्रमुख ने कहा बैंक कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता देता है और किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन, अंजना सोनी एवं निधि सिंह ने किया। मुख्य अतिथि नाबार्ड की डीडीएम, सूक्ष्म वित्त प्रबंधक, सुबीर झा, सेंट्रल बैंक के मुख्य प्रबंधक, एलडीएम, संबंधित बैंक शाखा प्रमुख, बीपीएम सुकेश मिश्रा एवं विजय कुमार रॉय सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में किसानों एवं जीविका दीदीयों को बैंकिंग से जोड़ने तथा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया गया। सूक्ष्म वित्त प्रबंधक सुबीर झा ने विस्तार से बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अपनी स्थापना से ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बैंक का लक्ष्य किसानों, पशुपालकों, लघु उद्यमियों तथा जीविका से जुड़ी महिलाओं को सरल, सुलभ और समय पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ स्वयं और अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से बैंक न केवल ऋण उपलब्ध करा रहा है, बल्कि ग्रामीण समुदाय को योजनाओं की जानकारी, तकनीकी मार्गदर्शन और वित्तीय जागरूकता भी प्रदान कर रहा है, जिससे जिले की कृषि-आधारित और आजीविका गतिविधियों को नई दिशा और गति मिलेगी। कार्यक्रम में जिले के 7 प्रखंडों तारडीह, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, हायाघाट, बहेड़ी, केवटी व हनुमाननगर की मौजूद सैकड़ों जीविका दीदीयों ने इसे बैंक की सराहनीय और प्रेरणादायक पहल बताया। दीदियों ने कहा इस वित्तीय सहयोग से अब कृषि कार्य करना काफी आसान हो जाएगा और वे अपने खेत-खलिहान और आजीविका गतिविधियों को और बेहतर ढंग से विकसित कर सकेंगी।