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जीत-हार से ज्यादा महत्वपूर्ण इच्छाशक्ति और प्रयास : प्रो. इफ्तेखार

दरभंगा (नासिर हुसैन)। मिल्लत कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में आज आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का उद्घाटन प्रधानाचार्य प्रो. मो. इफ्तेखार अहमद द्वारा किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों के मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं। यह न केवल ज्ञानवर्धन करती हैं, बल्कि छात्रों को त्वरित निर्णय लेने का महत्व भी सिखाती हैं। प्रधानाचार्य ने सभी छात्रों को प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि जीत और हार से अधिक महत्वपूर्ण है-  इच्छाशक्ति और प्रयास।

 

भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. महेश चंद्र मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रतियोगिता हमें टीमवर्क, एकजुटता और अनुशासन का महत्वपूर्ण पाठ सिखाती है। ऐसे कार्यक्रमों में भागीदारी हमें पुरस्कार के साथ ही व्यक्तित्व निर्माण और आत्मनिर्भरता भी प्रदान करती है। वनस्पति शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. मुस्तफा कमाल अंसारी ने कहा कि इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने से हमारे अंदर आत्मविश्वास एवं साहस का विकास होता है। उन्होंने उनसे भविष्य में भी पूरे लगन एवं उत्साह के साथ इन प्रतियोगिता में भाग लेने की अपील की। रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सियाराम प्रसाद ने छात्र-छात्राओं से वर्ग में उपस्थिति सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए बताया कि आज वैसे ही छात्र पुरस्कार पाने में सफल हुए जो नियमित रूप से वर्ग कक्ष मे उपस्थित रहते हैं।

 

कार्यक्रम का आरंभ अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. राधा नारायण के स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता छात्रों की बुद्धिमत्ता और ज्ञान का मापन करेगी तथा ज्ञान की खोज और सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा देगी। अंग्रेजी विभाग की शिक्षिका डॉ. कामिनी कुमारी ने कहा कि सही मार्गदर्शन मिलने पर प्रत्येक छात्र अपनी क्षमताओं को विकसित कर ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकता है। दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सोनी शर्मा ने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है, वे अपनी क्षमताओं को परख पाते हैं। मैथिली विभागाध्यक्ष  डॉ. सुनीता झा ने एक भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया। कई छात्र-छात्राओं ने भी अपनी प्रस्तुति दी।

 

प्रतियोगित में बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया। समाजशास्त्र विभाग की छात्रा उजमा नाज ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि फातिमा तबस्सुम ने द्वितीय स्थान तथा मोसाफा नाज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. भक्ति नाथ झा, विश्वविद्यालय उर्दू विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. एस एम रिज़वानुल्लाह, अंग्रेजी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. शहनाज बेगम अतिथि के रूप में शामिल हुए और छात्रों के बीच अपने अनुभव साझा किये। साथ ही, छात्रों से कड़ी मेहनत एवं लगन के साथ आगे बढ़ने की अपील की। समारोह में उपस्थित डॉ. सुनीता झा, डॉ. जमशेद आलम, डॉ. सोनी शर्मा, डॉ. मुन्ना शाह, डॉ. शाहनवाज आलम, डॉ. नाहिद जेहरा, डॉ. रीना कुमारी, डॉ. अबुल बशर, डॉ. मुस्ताक सहित अन्य ने भी सतत प्रयास व सकारात्मक दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया। प्रतियोगिता में छात्र सालिक नेयाज सहित कई छात्रों ने भी अपने विचार प्रकट किए। मंच संचालन डॉ. कामिनी कुमारी ने और धन्यवाद ज्ञापन भी डॉ. मो. शाहनवाज आलम ने  किया। कार्यक्रम में शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

 

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