नीतीश कुमार के 20 वर्षों के सुशासन में मिथिलांचल के बंद मिल, बाढ़ व सुखाड़ का निदान करने में विफल रही सरकार : माले
दरभंगा (नासिर हुसैन)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान उनके दरभंगा आगमन का भाकपा (माले) से सम्बद्ध विभिन्न संगठनों ने लहेरियासराय स्टेशन से जुलूस निकालकर विरोध किया. जुलूस का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सह सचिव सह भाकपा (माले) की राज्य कमिटी के सदस्य अभिषेक कुमार, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, मकसूद आलम, पप्पू खां, ऐपवा की जिला सचिव शनिचरी देवी, रानी सिंह, एक्टू जिला सचिव उमेश प्रसाद साह, रसोईया संघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, हरि पासवान, मो. जमालुद्दीन, देवेंद्र कुमार साह, रामविलास मण्डल, भाकपा (माले) नेता विनोद सिंह, किसान महासभा के प्रवीण यादव, शिवन यादव, जिला परिषद सदस्य सुमित्रा देवी आदि ने किया. विरोध जुलूस लहेरियासराय स्टेशन से ‘प्रगति यात्रा का ढोंग बंद करो’, ‘बाढ़, सुखाड़ व बंद मिलों का निदान क्यों नहीं’, ‘महिलाओं के सभी कर्ज माफ करो’, ‘महिला सम्मान योजना शुरू करो’, ‘देवरा बंधौली, रमौल व मुरिया के अल्पसंख्यक पीड़ितों को न्याय क्यों नहीं’, ‘सरकारी धान खरीद शुरू क्यों नहीं’, ‘स्कीम वर्करों को सम्मानजनक मानदेय क्यों नहीं’, ‘मुख्यमंत्री जवाब दो’ आदि नारे लिखे पोस्टरों के साथ चट्टी, पुलिस लाइन, लहेरियासराय टावर होते हुए समाहरणालय पहुंचा. पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को समाहरणालय पर बैरिकेडिंग कर रोका. प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री से मिलवाने के लिए अड़े हुए थे. लहेरियासराय थाना ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. प्रदर्शनकारियों द्वारा 7 सूत्री मांग-पत्र सौंपा गया. प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि प्रगति यात्रा में जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए लुटाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा में आए हैं, लेकिन जनता के सवालों से भाग रहे हैं. प्रदर्शन में अशोक पासवान, रंजन प्रसाद सिंह, धनंजय साह, तेजू पासवान, अमर राम, कृष्णदेव मांझी, परमेश्वर पासवान, हरीशचंद्र पासवान, डोमू राम, ब्रह्मदेव यादव, अभिषेक कुमार सहित अन्य लोग भी मौजूद थे.