दरभंगा। मिल्लत कॉलेज अलूमुनाई एसोसिएशन के संरक्षक एडवोकेट मुमताज आलम, पूर्व उप महापौर एवं अध्यक्ष डा आफाक हाशमी, प्रोफेसर डॉ. जाकिर हुसैन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय ने डॉ. एपीजे अबुल कलाम बहुउद्देशीय हॉल में मिल्लत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सिद्धार्थ शंकर सिंह का शॉल पाग और स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर प्राचार्य ने अलूमुनाई एसोसिएशन के सभी सदस्यों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हुए कहा आप लोग मिल्लत कॉलेज से ज्ञान प्राप्तकर सुशिक्षित व्यक्ति बनकर अच्छे अच्छे पद पर पहुंचकर समाज की सेवा कर रहे हैं। अलूमुनाई एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ प्रोफेसर आफाक हाशमी ने कहा हमारे पूर्वजों एवं वरिष्ठों और कॉलेज पुस्तक से यह सिद्ध होता है कि मिल्लत कॉलेज की स्थापना 17 अक्टूबर 1956 को शफी मुस्लिम हाई स्कूल के परिसर में एडवोकेट श्री अब्दुल वदूद और डॉ अब्दुल हफीज सलफी की देखरेख में हुई थी। अलूमुनाई एसोसिएशन ने पत्र देते हुए स्थापना दिवस आगामी 17 अक्टूबर को मनाने की अपील किया। डॉ. आफाक हाशमी साहब ने यह भी अनुरोध किया है कॉन्फ्रेंस हॉल का नाम डॉ अब्दुल हफीज सलफी के नाम पर रखा जाए और लाइब्रेरी का नाम एडवोकेट अब्दुल वदूद साहब के नाम पर रखा जाए। वर्तमान महासचिव नसीम अहमद रफत मक्की साहब इलाज के लिए बाहर हैं, इसलिए अधिवक्ता शाहिद अतहर निर्देशक मिथिला इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंस को अलूमुनाई एसोसिएशन का कार्यकारी महासचिव सभी लोगों के विचार विमर्श से बनाया गया। उपाध्यक्ष डॉ गुलाम मुस्तफा अंसारी ओरिएंटल बीएड कॉलेज दरभंगा प्राचार्य, सैयद नसर अहमद शैक्षिक समिति सदस्य, ऑडिटर कैसर आलम, पूर्व कर्मचारी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, डॉ जमशेद आलम परीक्षा नियंत्रक मिल्लत कॉलेज एवं मिल्लत कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।