Assembly: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में चेतावनी दी कि हथियार तय करते हैं कि कौन बचेगा और स्पष्ट किया कि केवल अंतर्राष्ट्रीय कानून सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकता.उन्होंने कहा कि अगर कोई देश शांति चाहता है, उसे हथियारों को भी अपनी रणनीति में शामिल करना होगा. अंतरराष्ट्रीय कानून तब तक पूरी तरह काम नहीं करता जब तक आपके पास ऐसे शक्तिशाली साथी न हों जो इसके लिए खडे हों जेलेंस्की बोले घातक होते जा रहे हथियार • उन्होंने यह भी बताया कि युद्ध बढ़ने के साथ हथियार और अधिक घातक होते जा रहे हैं. इस विनाश के लिए पूरी तरह रूस जिम्मेदार है. उन्होंने तुरंत कार्रवाई का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि अगर हथियारों की ज़रूरत है, तो अभी करना होगा. अन्यथा पुतिन युद्ध को और गहरा और व्यापक बनाएगा.ज़ेलेंस्की की चुनौतीज़ेलेंस्की ने यह तर्क देते हुए कहा कि सुरक्षा का भरोसा सिर्फ मित्रता या गठबंधन से नहीं हो सकता. उन्होंने उन देशों को भी चुनौती दी जो रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं. उन्होंने पूछा कि क्या वे शांति में मदद करना चाहेंगे या इस संघर्ष में समर्थन देना चाहेंगे. नाटो देशों पर क्या बोले जेलेंस्की उन्होंने नाटो देशों को ध्यान दिलाया कि उनकी सदस्यता उन्हें पूरी सुरक्षा नहीं देती. पोलैंड और एस्टोनिया में रूसी ड्रोन घुसपैठ की घटनाएं इसका सबूत हैं. मोल्दोवा को भी खतरे में बताया और कहा कि यूरोप को उसे आर्थिक व ऊर्जा सहायता देना चाहिए.हथियारों की दौड़ में प्रवेश कर चुका विश्वज़ेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व एक सबसे विनाशकारी हथियारों की दौड़ में प्रवेश कर चुका है. उन्होंने कहा कि ड्रोन-ड्रोन लड़ेंगे … पूरी तरह स्वायत्त जैसी भविष्यवाणियों को नजरअंदाज़ नहीं रूसी आक्रमण की निंदा का आग्रहअपनी उम्मीदों को संक्षिप्त करते हुए उन्होंने विश्व नेताओं से आग्रह किया कि वे चुप न रहें, बल्कि रूसी आक्रमण की निंदा करें और शांति की दिशा में कदम उठाएं. अंत में उन्होंने ‘Slava Ukraini’ (यूक्रेन की जय) कहकर भाषण समाप्त किया.