डेस्क : बिहार में बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बीच नीतीश सरकार ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए एक विज्ञापन जारी किया है. सरकार ने कहा है कि इस वित्तीय वर्ष में 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से अब तक 9.6 लाख नौकरियां दी जा चुकी हैं. इसके अलावा, 10 लाख रोजगार सृजन के लक्ष्य को भी पार करते हुए 24 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. नीतीश सरकार का दावा है कि युवाओं को रोजगार देने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है.
सरकार और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच का यह मुद्दा बिहार की राजनीति में गर्मा गया है. इस बीच वामदलों और छात्र संगठनों ने आज , 30 दिसंबर को बिहार बंद का ऐलान किया है. AISA और RYA ने भी इस बंद का समर्थन किया है.
वहीं, अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि वे गर्दनीबाग में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे. लेकिन प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान बुलाकर साजिश कर दी, छात्रों का आरोप है कि प्रशांत किशोर ने कहा था कि लाठी खाने वाले पहले हम होंगे, लेकिन लाठीचार्ज शुरू होते ही वे वहां से निकल गए. इस घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा और उन्हें बीजेपी की “बी टीम” करार दिया.
तेजस्वी यादव ने छात्रों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन जारी रखें और किसी के बहकावे में न आएं. बिहार में बीपीएससी पेपर लीक और लाठीचार्ज का मुद्दा चुनावी माहौल में एक बड़ा राजनीतिक विषय बनता जा रहा है.