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कैट ने पीयूष गोयल से की अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

डेस्क : कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया (ट्रेडर्स) ने केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से प्रतिस्‍पर्धा-विरोधी कानून का उल्‍लंघन करने के मामले में ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कार्रवाई कड़ी करने की मांग की है।

कैट के राष्‍ट्रीय महामंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने रविवार को इस संबंध में हासिक मामला बताया है, क्योंकि फ्लिपकार्ट और अमेजन को खुलेआम प्रतिस्पर्धा-विरोधी कानूनों का उल्लंघन करते पाया गया है। उन्‍होंने कहा कि इन निष्कर्षों से यह साबित होता हैभारतीय प्रतिस्‍पर्धा आयोग (सीसीआई) की जांच रिपोर्ट को वैश्विक नियामक इतिहास में एक ऐति कि इन कंपनियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घरेलू व्यापार को सशक्त बनाने के विजन को कमजोर किया है।

खंडेलवाल ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और घरेलू खुदरा व्यापारियों की सुरक्षा के लिए उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्‍होंने वाणिज्‍य मंत्री से ‘उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम’ के तहत ई-कॉमर्स नियमों को तुरंत लागू करने और एक व्यापक ‘ई-कॉमर्स नीति’ की शुरुआत की मांग की है। भाजपा सांसद ने सीसीआई रिपोर्ट में नामित ब्रांडों के खिलाफ भी तत्काल कार्रवाई करने के साथ-साथ अमेजन और फ्लिपकार्ट और उनके साथ मिलीभगत करने वाले ब्रांडों के व्यापार को निलंबित करने की मांग की है। उन्होंने सीसीआई को सभी अपराधियों के खिलाफ कानून के तहत तत्काल कार्रवाई करने का भी निर्देश देने का अनुरोध किया है।

खंडेलवाल ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के आगामी त्योहारी बिक्री कार्यक्रमों को निलंबित करने का आग्रह किया है, क्योंकि इससे घरेलू व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा-विरोधी तरीकों के उपयोग से और ज्‍यादा नुकसान होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी वित्त पोषण के कारण फ्लिपकार्ट और अमेजन भारी छूट पर अपने उत्पादों की पेशकश कर रहे हैं, खासकर प्रमुख बिक्री कार्यक्रमों के दौरान जिससे छोटे विक्रेताओं को नुकसान हो रहा है। बाजार में ‘एकाधिकार’ स्थापित हो रहा है। इन रणनीतियों का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा को खत्म करना है, जिससे अंततः उपभोक्ताओं के पास कम विकल्प रहेंगे और लंबे समय में किसी वस्‍तु की कीमतें बढ़ेंगी।

कारोबारी संगठन कैट के राष्‍ट्रीय महामंत्री खंडेलवाल ने कहा कि फ्लिपकार्ट इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड और अमेज़न इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की गतिविधियों ने प्रतिस्पर्धा को नुकसान पहुंचाया है और उनके प्लेटफार्मों पर तीसरे पक्ष के विक्रेताओं को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है।

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