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दरभंगा : विश्व पर्यावरण दिवस पर मिथिला विवि में आयोजित हुए कई कार्यक्रम

विश्व पर्यावरण दिवस पर विश्वविद्यालय वनस्पतिशास्त्र, भूगोल विभाग, डॉ. प्रभात दास फाउंडेशन एवं पीजी एनएसएस इकाई द्वारा कार्यक्रम आयोजित

विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में नंदनी कुमारी, भाषण में अक्षय कुमार झा तथा वाद विवाद में सुजीत कुमार ने पाया प्रथम स्थान

पौधारोपण, निबंध, भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता में 70 से अधिक छात्र- छात्राओं ने लिया सक्रियतापूर्वक भाग

पीजी वनस्पतिशास्त्र विभाग में प्रो. शाहिद, प्रो. विद्यानाथ, डॉ. सविता, डॉ. चौरसिया, डॉ. रश्मि, डॉ. सोनू राम, डॉ. अंकित एवं मुकेश आदि ने रखे विचार

दरभंगा : विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के विश्वविद्यालय वनस्पतिशास्त्र एवं भूगोल विभाग, डॉ. प्रभात दास फाउंडेशन एवं स्नातकोत्तर एनएसएस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में स्नातकोत्तर वनस्पतिशास्त्र विभाग के सभागार में सेमिनार, वृक्षारोपण एवं निबंध लेखन, भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें समाज विज्ञान के संकायाध्यक्ष प्रो. शाहिद हसन- मुख्य अतिथि, एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. विद्यानाथ झा- मुख्य वक्ता, वनस्पतिशास्त्र की विभागाध्यक्षा डॉ. सविता वर्मा- अध्यक्ष, एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आरएन चौरसिया- विशिष्ट अतिथि एवं विश्वविद्यालय इतिहास के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. नैयर आजम, भूगोल की प्राध्यापिका डॉ. रश्मि शिखा, पीजी एनएसएस इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सोनू राम शंकर तथा सीसीडीसी डॉ. गजेन्द्र प्रसाद- विशिष्ट वक्ता, वनस्पतिशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. अंकित कुमार- स्वागत कर्ता, वनस्पति के छात्र- सुजीत एवं छात्रा-प्रियदर्शी- संचालन कर्ता तथा फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा धन्यवाद कर्ता के रूप में अपने-अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में 70 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया, जिन्हें फाउंडेशन की ओर से सहभागिता प्रमाण पत्र दिया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. शाहिद हसन ने ग्रीष्मावकाश में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्तियों की सराहना करते हुए कहा कि आज का दिन पर्यावरण जागरूकता एवं सुरक्षा के लिए विचार- विमर्श करने का है। पर्यावरण का हमारे जीवन में काफी महत्व है। इसे सुरक्षित एवं संवर्धित करना प्रत्येक व्यक्ति का परम कर्तव्य है। मुख्य वक्ता प्रो. विद्यानाथ झा ने कहा कि हम आज प्लास्टिक युग में जी रहे हैं। यह अपने-आप में बुरा नहीं है, पर सिंगल यूजर एवं अधिक पतला प्लास्टिक ज्यादा खतरनाक है। मानव दुनिया का सबसे बुद्धिमान प्राणी है, फिर भी वह स्वार्थ एवं लालच के कारण अपना वास्तविक हित नहीं देख रहा है। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से विभिन्न अखबारों के कटिंग्स को दर्शाते हुए पर्यावरण संरक्षण के लाभों एवं उपायों की जानकारी दी। प्रो. झा ने बताया कि भारत में प्रतिदिन 26 हजार टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसका समुचित रीसाइकलिंग नहीं होने से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. आरएन चौरसिया ने कहा कि पर्यावरण हमारे जीवन का मूल आधार है, जिसकी सुरक्षा हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। हमारी धरती सभी जीवों की जरूरत को पूरा करने में सक्षम है, परंतु हमारे लालचों को पूरा नहीं कर सकती। यदि आज हम नहीं चेते तो अगली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस-2025 का थीम- प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है। प्लास्टिक न केवल हमारे सेहत को, बल्कि भूमि की उर्वरा शक्ति को भी काफी हानि पहुंचाता है। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ सविता वर्मा ने कहा कि धरती के तापमान बढ़ने और पर्यावरण असंतुलित होने के लिए मानवीय गतिविधियां ही जिम्मेदार हैं। यदि यही स्थिति रही तो इस सदी के अंत तक 4 डिग्री तक तापमान वृद्धि होगी जो हमारे लिए काफी खतरनाक होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक जीवन शैली ने पर्यावरण को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। हमें पर्यावरण से लाभ उठाने के साथ ही उसके प्रति अपने फर्ज को भी निभाना चाहिए।
कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सोनू राम शंकर ने पर्यावरण सुरक्षा का शपथ दिलाते हुए कहा कि माइक्रो प्लास्टिक हमारे लिवर आदि में जमा होकर शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया कि धरती पर 90% खतरा मानवीय गतिविधियों से हो रही है। तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस वृद्धि से जीवों की कई प्रजातियों का अस्तित्व समाप्त हो सकता है। स्वागत करते हुए डॉ अंकित कुमार ने प्लास्टिक के महत्व को रेखांकित करते हुए उससे होने वाली हानियों को भी विस्तार से बताया और कहा कि इससे कैंसर आदि जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं। फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए पर्यावरण के महत्व एवं संरक्षण के उपायों को रेखांकित किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों एवं स्वयंसेवकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा परिसर में अशोक, सेमल, लेमनग्रास तथा फूलों के दर्जनों पौधे लगाए गए।
कार्यक्रम में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में नंदनी कुमारी- प्रथम, कीर्ति कुमारी- द्वितीय एवं प्रियदर्शनी कुमारी तथा मनीषा कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि भाषण प्रतियोगिता में अक्षय कुमार- प्रथम, अंजली कुमारी- द्वितीय तथा प्रेम प्रकाश कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं वाद विवाद प्रतियोगिता में सुजीत कुमार- प्रथम, अक्षय कुमार झा- द्वितीय तथा श्वेता पायल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जिन्हें आयोजकों द्वारा सम्मानित किया गया।

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