डेस्क : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक मजेदार मामला सामने आया है. यहां अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (ADJ) साहब को चाय और बिस्किट ठीक से न दिए जाने पर गुस्सा आ गया. अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने अपने ही अर्दली को नोटिस थमा दिया. इस मामले से जुड़ा एक नोटिस सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है. अब इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या यह नोटिस न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है या फिर महज एक आंतरिक अनुशासनात्मक चेतावनी है.
जब से यह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, लोग इसका मजाक उड़ाने लगे हैं. इसके साथ ही ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर मीम्स और कमेंट्स की बाढ़ आ गई है.
नोटिस में ADJ साहब ने लिखा, ”लंच टाइम के दौरान उनके विश्राम कक्ष में सिविल जज (जू०डि०) / एफटीसी नवीन गोंडा सुश्री शर्मिष्ठा साहू उनसे मिलने आई थीं. इस पर उन्होंने अर्दली राकेश कुमार को चाय-बिस्कुट लाने को कहा. लेकिन अर्दली सिर्फ दो चाय लेकर आया और बिस्कुट की जगह पुरानी दालमोट, वो भी खराब और दुर्गंधयुक्त, प्लेट में परोस दी. नोटिस में यह भी लिखा है कि जब उनसे पूछा गया कि आलमारी में रखे अच्छी हालत वाले बिस्कुट क्यों नहीं लाए गए, तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका.
ADJ साहब ने इसे “जानबूझकर की गई घोर त्रुटि” बताया और अर्दली से पूछा कि उसने ऐसा व्यवहार क्यों किया. साथ ही, 31 मई को सुबह 10:30 बजे तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है.