डेस्क : देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन चुके नकली नोट रैकेट का मुंबई पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. मालाड-मालवणी इलाके में छापा मारकर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अपने घर में ही नकली नोट छापने की फैक्ट्री चला रहे थे. पुलिस को मौके से 500 रुपये के कुल 1,740 नकली नोट, एक प्रिंटर, लैपटॉप, स्पेशल इंक और अन्य सामग्री मिली है.
पुलिस के मुताबिक, यह पूरा सेटअप घर के अंदर तैयार किया गया था. आरोपी बड़ी ही चालाकी से 500 रुपये के नकली नोटों की छपाई कर रहे थे. बरामद हुए प्रिंटर, स्याही, पेपर और स्कैनर से साफ हो गया कि ये लंबे समय से इस धंधे में शामिल थे.
मालवणी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ संदिग्ध लोग नकली नोटों का धंधा कर रहे हैं. सूचना के आधार पर तत्काल छापा मारा गया, जिसमें दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया. दोनों को गिरफ्तार कर 4 जून तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है.
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 489A, 489B, 489C और 420 समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जो नकली मुद्रा बनाने, रखने और इस्तेमाल करने से संबंधित हैं. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस रैकेट से कोई और लोग भी जुड़े हुए हैं.
इस घटना के बाद शहर में नकली नोटों के बढ़ते खतरे को लेकर चिंता बढ़ गई है. पुलिस अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि संदेह होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें. नकली नोट देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा दोनों के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं.
इस घटना के बाद आम लोगों के लिए जरूरी हो गया है कि वे नकली और असली नोट की पहचान करना सीखें. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार, असली नोट में वॉटरमार्क, सिक्योरिटी थ्रेड, और उभरे हुए अक्षर होते हैं, जिन्हें देखकर पहचान संभव है.