फ्रांस : लंबे समय से चल रहे एक रेप मामले में आखिरकार वहशी डॉक्टर को सजा मिल गई। फ्रांस की एक अदालत ने देश को झकझोर देने वाले सबसे बड़े यौन शोषण मामलों में से एक में 74 वर्षीय रिटायर्ड सर्जन को 20 साल की जेल की सजा सुनाई है। वह 25 वर्षों तक अस्पतालों में काम करते हुए करीब 300 मरीजों का यौन शोषण और रेप करता रहा, पीड़ितों में ज़्यादातर बच्चे थे।
डॉक्टर ने अदालत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसके पास एक डायरी भी मिली है, जिसमें उसने खुद को यौन विकृति से ग्रसित इंसान बताया और यह भी लिखा कि यह टैग उसे खुशी देता है।
जानकारी के अनुसार, हैवान डॉक्टर जोएल ले स्कुअर्ने ने जिन 300 मरीजों का यौन शोषण किया, उनमें से 256 पीड़ित 15 साल से कम उम्र के थे। अदालत में डॉक्टर ने खुद स्वीकार किया कि उसने 1989 से 2014 के बीच ये “घृणित अपराध” किए, जिनमें कई बार पीड़ित बच्चे बेहोशी की हालत में या ऑपरेशन के बाद थे।
डॉक्टर का कबूलनामा
ले स्कुअर्ने ने अदालत में अपने अपराध स्वीकार करते हुए कहा, “मैंने जो किया, वो अक्षम्य है। मैं इन लोगों और उनके परिवारों से माफी चाहता हूं। उन्होंने जो सहा है, वो जीवनभर उनके साथ रहेगा।” हालांकि, पीड़ितों और उनके वकीलों ने इस पर भरोसा नहीं किया। पीड़ितों की ओर से वकालत कर रहे एक वकील थॉमस डेलाबी ने कोर्ट में कहा, “तुम दुनिया के सबसे बड़े बाल यौन अपराधी हो। पीड़ित तुम्हें कभी माफ नहीं करेंगे।”
पहले भी हुई सजा, फिर भी करता रहा शोषण
डॉक्टर ले स्कुअर्ने को पहले 2020 में चार बच्चों के यौन शोषण के लिए दोषी ठहराया गया था, जिनमें उसकी खुद की दो भतीजियां भी शामिल थीं। वह पहले से ही 15 साल की सजा काट रहा था। अब यह नई सजा अधिकतम 20 साल की है, जो फ्रांस के कानून के तहत लगातार नहीं जुड़ती।
खुद को यौन विकृति से ग्रसित बता होता है खुश
2017 में एक 6 साल की बच्ची के साथ बलात्कार के आरोप में उसकी दोबारा गिरफ्तारी के बाद, पुलिस को उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक डायरी मिली, जिसमें उसने दशकों तक किए गए अपराधों का पूरा ब्योरा लिखा था। डायरी में उसने खुद को “यौन विकृति से ग्रस्त इंसान” बताया और लिखा- “मुझे इस पर बहुत खुशी है।”