उत्तर प्रदेश : प्रयागराज के मुंडेरा स्थित डीआरएस अस्पताल के निदेशक और शहर के प्रतिष्ठित सर्जन डॉक्टर देवराज सिंह 62 वर्ष, का मंगलवार की शाम अचानक निधन हो गया। उस समय वे अपने ही अस्पताल में आईसीयू के मरीजों की हालत देखने के बाद ऑपरेशन थिएटर में पहुंचे थे।
वहीं उन्हें गंभीर हार्ट अटैक आ गया। जब तक अन्य डॉक्टर उनकी जान बचाने का प्रयास करते और सीपीआर देते तब तक डॉ डीआर सिंह का दम टूट चुका था। हालांकि सहायक चिकित्सक उन्हें एम्बुलेन्स से लेकर सरस्वती हार्ट केयर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉ देवराज सिंह पुत्र लेखराज सिंह कौशांबी के फरीदपुर नेवादा गांव के रहने वाले थे। यहां मुंडेरा में डीआरएस अस्पताल बनवाने के बाद परिवार सहित वहीं ऊपरी मंजिल पर रहने लगे थे। डॉक्टर डॉ सिंह की पत्नी सुनीता सिंह ग्रहणी हैं और बेटी डॉक्टर प्रेक्षा सिंह चेस्ट फिजिशियन हैं जो कि दिल्ली में कार्यरत हैं। डॉक्टर डॉ सिंह के बेटे ने करीब तीन साल पहले आत्महत्या कर ली थी उसका भी उन्हें मानसिक तनाव रहता था।
घटना की सूचना दिए जाने पर आसपास के अस्पतालों से तमाम डॉक्टर आ गए। मुंडेरा स्थित नारायण स्वरूप अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव सिंह, एसआरएन हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन डॉक्टर एनएन गोपाल भी पहुंचे। फिर भी डॉ देवराज की जान नहीं बचाई जा सकी।
सूचना मिलने पर तमाम सर्जन और अन्य चिकित्सकों में शोक व्याप्त हो गया। यश हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर के सक्सेना, स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के सर्जन डॉक्टर संतोष सिंह, चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर आशीष टंडन समेत अन्य डॉक्टरों ने शोक जताया। डॉ देवराज सिंह का अंतिम संस्कार बुधवार को होगा।