विधायक मुरारी मोहन के माध्यम से शिक्षा मंत्री को भेजा गया पत्र
दरभंगा : बिहार में नौकरियों की बहार लाने वाली नीतीश सरकार की जमकर तारीफ करते हुए सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के सबसे बड़े नवाचारी मंच “टीबीटी – द हिस्ट्री मेकर्स” के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कुमार मदन मोहन ने शिक्षा विभाग की लापरवाही पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सरकार की भी भारी बदनामी हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में, शिक्षकों के हित में और बेरोजगारों की जीवन रक्षक बनने वाली भाजपा – जदयू गठबंधन की सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं लेकिन प्रशासनिक तंत्र उनका साथ देने में असफल रही है। शिक्षक अध्यापक भर्ती 3.0 के सफल अभ्यर्थियों के आज आवंटित विद्यालय में योगदान पर बधाई देते हुए विद्यालय आवंटन में की गई गड़बड़ियों पर प्रश्न उठाया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि सरकार के द्वारा इन अभ्यर्थियों से घर के नजदीकी तीन प्रखंडों का विकल्प मांगा गया था जिसे शिक्षा विभाग के द्वारा विद्यालय आवंटन के समय पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया गया। जिसके फलस्वरुप महिलाओं को अपने प्रखंड से अधिकतम दूरी पर विद्यालय का आवंटन प्राप्त हो गया जिस कारण बहुत सारी महिला शिक्षिकाओं ने योगदान नहीं लिया है।
दरभंगा में भी विद्यालय आवंटन में अनियमितताओ की भारी आशंका जताई गई है। दरभंगा सदर प्रखंड के विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी रहने के बावजूद एक भी पोस्टिंग नहीं की गई जो संदेहास्पद है। शहर के नजदीक वाले कई विद्यालयों में एक ही विषय के बहुत सारे शिक्षकों को भर दिया गया तो कहीं शिक्षकों की कमी यथावत रही। ना रिक्ति पर ध्यान दिया गया ना विकल्प में दिए गए प्रखंडों को ही कंसीडर किया गया। कुमार मदन मोहन ने कहा है कि सरकार को बदनाम करने वाली इस विद्यालय आवंटन नीति को तत्काल सुधारा नहीं गया तो कमियों की बड़ी पोल खोलेंगे। उन्होंने दरभंगा, केवटी, विधायक श्री मुरारी मोहन के माध्यम से माननीय शिक्षा मंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है एवं पत्र प्रेषण भी किया है। विधायक महोदय ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के मद्देनजर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। डॉ.मोहन मिथिलांचल क्षेत्र के अन्य प्रतिनिधियों को भी इस मामले से अवगत करा रहे हैं कि विद्यालय आवंटन में हेराफेरी छिपी हुई भ्रष्टाचार की परिचायक है जिसे बेनकाब किया जाएगा। जहां बिहार सरकार लगातार महिला संवाद और महिला सशक्तिकरण पर कार्य कर रही है वहीं इनके विभाग में इतनी लापरवाही पर इन्होंने शिक्षा विभाग को चेतावनी दी है कि चुनाव के समय सरकार की बदनामी कर रहे शिक्षा माफिया अपनी गलती सुधार करें अन्यथा बड़े आदोलन और बड़ी कारवाई का सामना करना पड़ सकता है।