दरभंगा : मिथिला आवामी फ्रंट कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर और बर्बर हमले की तीव्र शब्दों में निंदा करता है, जिसमें 28 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई। यह नृशंस कृत्य न केवल हमारे राष्ट्रीय सौहार्द और सांस्कृतिक मूल्यों पर आघात है, बल्कि मानवता के विरुद्ध किया गया जघन्य अपराध है। संगठन के अध्यक्ष डॉ. इक़बाल हसन ‘रिशु’ ने आज ये विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि पर्यटक जो शांति, प्रकृति और संस्कृति का अनुभव करने पहलगाम आए थे, उन्हें इस तरह निशाना बनाना किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है। यह हमला इस बात का प्रतीक है कि आतंकवाद को अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मिथिला आवामी फ्रंट इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव समर्थन की मांग करता है।
इक़बाल हसन ‘रिशु’ ने कहा कि हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि दोषियों को तुरंत पकड़ कर सख्त से सख्त सजा दी जाए। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया जाए। साथ ही, पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विशेष नीति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि हम यह भी मांग करते हैं कि ऐसे क्षेत्रों में सक्रिय आतंकी गुटों की वित्तीय और लॉजिस्टिक मदद करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। हम देश की जनता से अपील करते हैं कि वे शांति, एकता और भाईचारे की भावना को बनाए रखें। आतंक के खिलाफ हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारा आपसी विश्वास और लोकतांत्रिक एकता है।
उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ 28 जानों पर नहीं, भारत की आत्मा पर हमला है। हम चुप नहीं बैठेंगे। कश्मीर की धरती पर खून नहीं, फूल खिलने चाहिए।