दरभंगा (निशांत झा)। मैथिली लोक संस्कृति मंच के तत्वावधान में आयोजित मिथिला महोत्सव 2025 में 12 और 13 अप्रैल को जितने विचार आए उन विचारों में दरभंगा हाईकोर्ट बेंच की स्थापना, साथ ही उप राजधानी की स्थापना एवं राजभाषा मैथिली और क्लासिकल लैंग्वेज मैथिली हो, इनका विभिन्न दलों के नेताओं एवं बुद्धिजीवियों ने एकमत से समर्थन किया। यह जानकारी देते हुए प्रो. उदय शंकर मिश्र, महासचिव, मैथिली लोक संस्कृति मंच, लहेरियासराय ने बताया कि ये विचार भी आए कि मिथिला में आईआईटी, आईआईएम, ट्रीपल आईआईटी एवं एनआईटी जैसे संस्थानों की स्थापना हो, बंद पड़े मिल चालू हों और नये कारखाने की स्थापना होनी चाहिए। खेती पर आधारित उद्योग की संभावना को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके लिए सरकार पर दबाव डालना चाहिए। एम्स दरभंगा और देवघर एम्स को साथ ही स्थापित होना था, लेकिन देवघर एम्स का निर्माण हो गया, वह काम कर रहा है एवं मेडिकल कॉलेज चल रहा है, वहीं दरभंगा एम्स के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखी जा सकी है। इसके लिए सरकार पर दबाव डाला जाएगा।
उदय शंकर मिश्र ने बताया कि मैथिली लोक संस्कृति मंच जानकी नवमी के अवसर पर 6 मई से सात दिनों का महोत्सव मनाया जाएगा । सर्वसम्मति वाले मुद्दों पर खासकर हाई कोर्ट बेंच समेत अन्य कई मूद्दों पर सर्वदलीय बैठक और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक आहुत की जाएगी और इन मूद्दों पर कार्य करने के लिए सरकार को मजबूर किया जाएगा। मिथिला राज्य निर्माण आंदोलन चलता रहेगा। मैथिली लोक संस्कृति मंच द्वारा आयोजित मिथिला महोत्सव में समाज के सभी वर्गों ने हिस्सा लिया और सहयोग दिया।