डेस्क:भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर टोल दरों में 4-5 फीसदी की वृद्धि की गई है. यह बदलाव 1 अप्रैल से लागू हो चुके है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के वार्षिक समीक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है. यह एक साल में दूसरी बार टोल दरें बढ़ाई गई हैं, इससे पहले जून 2024 में भी टोल में वृद्धि की गई थी. टोल की दरों में वृद्धि के कारण अब यात्रा करना अधिक खर्चीला होगा.
NHAI ने इस बढ़ोतरी को महंगाई और थोक मूल्य सूचकांक (WPI) से जोड़ा है. राजमार्गों के रखरखाव और विस्तार परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त राजस्व जुटाने के मकसद से यह निर्णय लिया गया है. यह बढ़ी हुई दरें विशेष रूप से कार चालकों पर प्रभाव डालेंगी, जबकि बस और ट्रक चालकों को भी टोल में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा