डेस्क : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के हरपालपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने न्याय की उम्मीद में एसपी से आत्महत्या की अनुमति मांगी. महिला का आरोप है कि थाने की पुलिस ने सीएम हेल्पलाइन पर उसकी शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाला. जब महिला ने पुलिस के दबाव को नकारा किया तो उसे झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी गई. इस स्थिति में महिला ने एसपी को शिकायती आवेदन दिया और आत्महत्या की इजाजत की मांग की. हैरानी की बात यह थी कि एसपी ने आवेदन पर सील-साइन करके रिसीविंग दे दी, जो अब एक बड़े विवाद का कारण बन गया है.
शोभा जंगरिया, जो हरपालपुर के खटीक मोहल्ले में रहती हैं, ने 10 नवंबर को अपने पति के साथ मारपीट के आरोप में शिकायत दर्ज कराई थी. इस घटना में उसके पति के साथ मोहल्ले के दो व्यक्तियों, बालादीन खटीक और दिलीप खटीक ने शराब के नशे में मारपीट की थी. हालांकि पुलिस ने दूसरे पक्ष की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की, जिससे शोभा जंगरिया को परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद, महिला ने सीएम हेल्पलाइन 181 में थाने की पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.
महिला का कहना है कि थाने के प्रभारी पुष्पक शर्मा ने उसे सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया. जब महिला ने इस पर सहमति नहीं दी, तो पुलिस ने उसे झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी. इस कड़ी दबाव के चलते, शोभा ने 18 नवंबर को एसपी अगम जैन को आत्महत्या करने की अनुमति देने का आवेदन दिया. चौंकाने वाली बात यह रही कि एसपी ने महिला के आवेदन को सील-साइन करके रिसीविंग दे दी, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया.
यह आवेदन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद एसपी ने इस पूरे मामले को नकारते हुए कहा कि महिला ने आत्महत्या की बात नहीं कही थी, बल्कि उसने केवल सीएम हेल्पलाइन की शिकायत को वापस लेने के लिए दबाव बनाने का उल्लेख किया था. इसके साथ ही एसपी ने तुरंत एसडीओपी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
महिला शोभा जंगरिया ने यह भी कहा कि उसे कहीं से न्याय नहीं मिल रहा था, और पुलिस द्वारा किए गए उत्पीड़न के चलते उसने आत्महत्या की अनुमति मांगी थी. इस पूरी घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.