डेस्क : हमास ने ट्रंप और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर जनवरी में हुए युद्ध विराम समझौते से पीछे हटने का आरोप लगाया है. इस समझौते में दूसरे चरण की बातचीत का आह्वान किया गया है, जिसमें इजराइली बंधकों को और अधिक फलस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया जाएगा, एक स्थायी युद्ध विराम और गाजा से इजराइल की वापसी शामिल है.
हमास के प्रवक्ता अब्देल लतीफ अल-कनौआ ने कहा कि “शेष इजराइली बंधकों को मुक्त करने का सबसे अच्छा तरीका” दूसरे चरण की बातचीत है, जिसे फरवरी की शुरुआत में शुरू किया जाना था. हालांकि, अब तक केवल सीमित प्रारंभिक वार्ता ही हुई है. बुधवार को ट्रंप ने आठ पूर्व बंधकों से मुलाकात के बाद हमास को ‘‘आखिरी चेतावनी’’ दी. इस बीच, व्हाइट हाउस ने पुष्टि की कि उसने हमास के साथ अभूतपूर्व सीधी बातचीत की है, जिसे इजराइल और पश्चिमी देश आतंकवादी संगठन मानते हैं.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर लिखा, ‘‘सभी बंधकों को अभी रिहा करो और जिन लोगों की तुमने हत्या की है उनके शवों को तुरंत लौटाओ, नहीं तो तुम्हारा अंत हो जाएगा.’’ माना जाता है कि हमास ने अब भी 24 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें इजराइली-अमेरिकी एडन अलेक्जेंडर भी शामिल हैं. हमास के पास 34 अन्य लोगों के शव भी हैं जो या तो शुरुआती हमले में मारे गए या फिर कैद में थे.