डेस्क:औरंगज़ेब की प्रशंसा मामले में सपा नेता और मुंबई के गोवंडी से विधायक अबू आज़मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उनकी प्रतिक्रिया सामने आई है. सफाई में अबू आज़मी ने कहा, “उस समय के राजाओं में सत्ता और संपत्ति के लिए संघर्ष होता था, लेकिन यह धार्मिक नहीं था. औरंगज़ेब ने 52 साल तक राज किया, और अगर वह वाकई हिंदुओं को मुसलमान बना रहा था, तो सोचिए कितने हिंदुओं ने धर्म परिवर्तन किया होता.
अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा, “अगर औरंगज़ेब ने मंदिर तोड़े थे, तो उसने मस्जिदें भी तोड़ी थीं. अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होता, तो 34% हिंदू उसके साथ नहीं होते, और उसके सलाहकार हिंदू नहीं होते। इसे हिंदू-मुसलमान एंगल देने की कोई ज़रूरत नहीं है… यह देश संविधान से चलेगा, और मैंने हिंदू भाइयों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है.
औरंगजेब मामले में अबू आजमी ने मामले में दी सफाई