सडक़ों की छोटी-छोटी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर करें समाधान: यश जालुका
सडक़ों की खराब हालत के बारे में ‘हरपथ ऐप’ पर दे सकते हैं सूचना, होगा समाधान
जिला स्तरीय सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन, 17 एजेंडों पर हुई चर्चा, एडीसी ने समस्याओं के शीघ्र समाधान करने के दिए निर्देश।
करनाल, 27 फरवरी। अतिरिक्त उपायुक्त यश जालुका ने आम जनता का आह्वान किया कि सडक़ सुरक्षा व यातायात नियमों तथा चिह्नों की पालना सुनिश्चित की जाए। इससे जहां सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आएगी वहीं लोगों का जीवन भी सुरक्षित रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे सडक़ों से संबंधित छोटी-छोटी समस्याओं को प्राथमिकता दें और उनका तुरंत समाधान करें, इससे दुर्घटनाओं पर रोक लग सकती है। अतिरिक्त उपायुक्त वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय सडक़ सुुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कुल 17 एजेंडे रखे गए जिनमें 5 नए तथा 12 पुराने एजेंडे शामिल थे। समीक्षा के दौरान आरटीए विजय देशवाल ने बताया कि पुराने एजेंडों में से 4 मामलों का समाधान हो गया है तथा 8 मामलों से संबंधित कार्य प्रगति पर है। जिस पर अतिरिक्त उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन समस्याओं का भी जल्द समाधान किया जाए ताकि आमजन को परेशानी का सामना न करना पड़े।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में रखे गए नए मामलों पर सिलसिलेवार चर्चा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नीलोखेड़ी में भारत पेट्रोल पंप के नजदीक बने अवैध कट के कारण गलत दिशा से आने वाले वाहनों के कारण सडक़ दुर्घटना की संभावना रहती है। इस विषय के समाधान के लिए अतिरिक्त उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए। इसी प्रकार से गांव शामगढ़ के नजदीक जीओ पेट्रोल पंप के सामने से लेकर सर्विस रोड पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं, करनाल शहर के सैक्टर 7-8 चौक पर ओपीएस प्लाजा के पास करनाल से पानीपत जाने वाली सर्विस रोड की खस्ता हालत तथा निर्मल कुटिया चौंक पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं, जिनसे सडक़ दुर्घटना होने की संभावना रहती है। इस पर अतिरिक्त उपायुक्त ने इन संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल्द से जल्द इन सडक़ों की मरम्मत करवाएं। इसी प्रकार से शिव कॉलोनी गली नंबर 9 के सामने रेनवॉटर होल का ढक्कन टूटा हुआ है जिसके कारण कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है। अतिरिक्त उपायुक्त ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम की कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि इसे तुरंत प्रभाव से ठीक करवाया जाए और इसकी रिपोर्ट कार्यालय भिजवाएं। उन्होंने आम जनता से अपील की कि सडक़ों की खराब हालत के बारे में ‘हरपथ ऐप’ पर सूचना दे सकते हैं जिसका निर्धारित समय अवधि के अंदर निर्धारित विभाग द्वारा समाधान करवाया जाएगा।
अतिरिक्त उपायुक्त ने निजी स्कूल बस के चालकों के प्रशिक्षण को लेकर निर्देश दिए कि हर बस चालक को प्रशिक्षण अवश्य दिया जाए इसके लिए आरटीए कार्यालय की ओर से एक शेड्यूल बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा जाए ताकि वे संबंधित स्कूलों को शेड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण के लिए निजी स्कूल बसों के संचालकों को भिजवा सकें। अगर कहीं पर कोई दिक्कत आती है तो इस बारे संबंधित एसडीएम को सूचित करें। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत सभी स्कूल बसों की नियमित रूप से चेकिंग की जाए तथा पॉलिसी के तहत आवश्यक नियमों की पालना सुनिश्चित की जाए। बैठक में आरटीए ने बताया कि जिला में करीब 1250 निजी स्कूल बसें हैं जिनमें से अब तक 1 हजार से अधिक निजी स्कूल बसों की जांच की जा चुकी है और शेष बसों की भी जल्द की जाएगी। सडक़ दुर्घटना में घायल लोगों के सुविधा के लिए शुरू की गई कैशलेस ट्रीटमेंट योजना की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे इस योजना के प्रभावशाली क्रियान्वयन को लेकर आईएमए के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग करें और सभी प्राइवेट अस्पतालों में इस योजना की जानकारी से सबंंधित साधारण भाषा में लिखा हुआ फ्लैक्स बोर्ड अवश्य लगवाएं।
बैठक में चालान रिपोर्ट की समीक्षा के दौरान पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने कहा कि सडक़ सुरक्षा व यातायात नियमों की पालना के लिए आमजन को जागरूक किया जाए तथा सडक़ों पर साईन बोर्ड, जेब्रा क्रॉसिंग, सफेद पट्टी, स्पीड ब्रेकर इत्यादि की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा ट्रेफिक लाईट व सीसीटीवी कैमरे चालू अवस्था में होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शहर की सडक़ों पर स्थापित ट्रेफिक लाईटों के पास स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एलईडी लगी हुई है। इन एलईडी पर आई ट्रिपल सी के माध्यम से सडक़ सुरक्षा व यातायात नियमों तथा यातायात चेतावनी चिह्न तथा लाईन मार्किंग तथा जेब्रा क्रॉसिंग ईत्यादि के बारे में बार-बार घोषणा होती रहे। इसके अलावा सडक़ सुरक्षा व यातायात नियमों व साईनों की वीडियो भी नियमित रूप से चलती रहे ताकि लोग सडक़ सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक रहें और सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आए। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों तथा तेज गति से चलने वाले वाहनों के अधिक से अधिक चालान किए जाएं। इसके अलावा आई ट्रिपल सी में पुलिस विभाग के दो कर्मचारियों की ड्यूटी घोषणा के लिए लगाई जाए और उनको पहले प्रशिक्षित किया जाए। आई ट्रिपल सी द्वारा भी यातायात नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों के चालान किए जाएं। उन्होंने हाईवे एसएचओ को निर्देश दिए कि हाईवे पर गाड़ी न खड़ी होने दें तथा तेज गति से वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाएं।
इस मौके पर आरटीए विजय देसवाल ने सभी बिंदुओं को पीपीटी के माध्यम से सभी के सामने रखा। उन्होंने बताया कि आरटीए विभाग द्वारा दिसंबर माह में ओवरलोडिंग के 582 चालान किए गए। उन्होंने बताया कि इन चालानों से 1 करोड़ 30 लाख 28 हजार 500 रुपये की राशि का जुर्माना किया गया। इसके अलावा पुलिस विभाग द्वारा जनवरी माह में 15 हजार 724 चालान किए गए और 21 लाख 30 हजार 300 रुपये की राशि वसूल की गई। उन्होंने कहा कि आईडीटीआर के द्वारा माह जनवरी में 528 लोगों को ट्रैनिंग दी गई है। बैठक में ईडीएआर पोर्टल पर सडक़ दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि जनवरी माह में कुल 71 सडक़ दुर्घटनाएं हुई जिनमें से 35 घातक दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 36 लोगों की मृत्यु हो गई तथा 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। उक्त सडक़ दुर्घटनाओं में से 30 दुर्घटनाएं राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 44 से संबंधित हैं।
बैठक में एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम घरौंडा राजेश सोनी, जिला सडक़ सुरक्षा समिति के सरकारी सदस्य सहित गैर सरकारी सदस्य संदीप लाठर, प्रमोद गुप्ता, विपिन शर्मा, अंजू शर्मा मौजूद रहे।