डेस्क : पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के रावलकोट में आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) ने एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान आतंकियों ने बाइकों और घोड़ों पर रैली निकाली और मंच पर हमास के झंडे लहराए. कार्यक्रम में हमास के नेताओं को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया, जिससे पाकिस्तान और हमास के गहरे संबंधों की पुष्टि होती है. कश्मीर सॉलिडेरिटी डे के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में जैश के आतंकियों ने ऐलान किया कि हमास और पाकिस्तानी जिहादी संगठन अब एक साथ काम करेंगे.
कार्यक्रम में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के भाई तल्हा सैफ, जैश कमांडर असगर खान कश्मीरी, मसूद इलियास और लश्कर के शीर्ष नेता मौजूद थे.
कार्यक्रम के दौरान आतंकवादी नेताओं ने भारत विरोधी भाषण दिए. पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नफरत भरी बातें कही गईं. एक आतंकी ने मंच से कहा कि अब कश्मीर और फिलिस्तीन के लड़ाके एक हो गए हैं और दिल्ली में खून बहाएंगे. उन्होंने कश्मीर को भारत से अलग करने और देश को तोड़ने की धमकी भी दी.
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने हमास को समर्थन दिया है. पाकिस्तानी सेना, खासतौर पर SSG (स्पेशल सर्विस ग्रुप) कमांडो, हमास के आतंकियों को सैन्य ट्रेनिंग देते हैं. इनमें हवाई और नौसैनिक हमले की ट्रेनिंग भी शामिल होती है. इतना ही नहीं, पाकिस्तान हमास को भारी मात्रा में फंडिंग भी करता है. हाल ही में इज़राइल-गाजा युद्ध के बाद पाकिस्तानी नेताओं ने कतर में हमास के अधिकारियों से मुलाकात की थी.
अब PoK में हुए इस आयोजन से साफ हो गया है कि पाकिस्तान दुनिया भर के आतंकवादी संगठनों को समर्थन देकर क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है.