डेस्क : अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में सात एक्स (ट्विटर) यूजर्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, इन यूजर्स ने झूठा दावा किया था कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के प्रसादम ‘लड्डू’ बनाने में इस्तेमाल किया गया पशु घी ‘निम्न गुणवत्ता’ का था और ‘अमूल’ ब्रांड का था. एफआईआर में कहा गया है कि इन हैंडल द्वारा किए गए दावों से सहकारी संगठन की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है. यह विवाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की उस टिप्पणी के बीच शुरू हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा था कि तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के प्रसादम में पशु चर्बी पाई गई थी.
अमूल’ ब्रांड के लिए मशहूर आणंद स्थित गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF) ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है. जीसीएमएमएफ ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म ‘अमूल.कॉप’ पर कहा कि उसने कभी भी टीटीडी को घी की आपूर्ति नहीं की.
पोस्ट में आगे लिखा गया है कि अमूल घी हमारे अत्याधुनिक उत्पादन संयंत्रों में दूध से बनाया जाता है, जो ISO प्रमाणित हैं. अमूल घी उच्च गुणवत्ता वाले शुद्ध दूध वसा से बनाया जाता है. हमारी डेयरियों में मिलने वाला दूध ‘FSSAI’ द्वारा निर्धारित परीक्षण की सख्त प्रक्रिया से गुजरता है. अमूल घी पिछले पचास वर्षों से भारत का सबसे भरोसेमंद घी ब्रांड रहा है और भारतीय घरों का अभिन्न अंग बना हुआ है. यह पोस्ट अमूल के खिलाफ चल रहे इस गलत सूचना अभियान को रोकने के लिए जारी की जा रही है. किसी भी प्रश्न के मामले में, कृपया हमारे टोल-फ्री नंबर 1800 258 3333 पर कॉल करें.