डेस्क : संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है. इस सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होगा. पांच फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के कारण संसद की कार्यवाही स्थगित रहेगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज सुबह राष्ट्रपति भवन से संसद भवन के लिए प्रस्थान किया और घुड़सवार दस्ते के साथ संसद पहुंचीं. उनका अभिभाषण सुबह 11 बजे से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने सरकार की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन पहुंचकर पत्रकारों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने धन की देवी मां लक्ष्मी का स्मरण करते हुए कहा, “यह सदियों पुरानी परंपरा है. मां लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि वे समृद्धि और विवेक, कल्याण और समृद्धि प्रदान करें. मैं चाहता हूं कि देश के हर गरीब और मध्यमवर्ग पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे.” उन्होंने यह भी कहा कि गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होना हर देशवासी के लिए गौरव का विषय है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की जनता ने उन्हें तीसरी बार यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है और यह उनके तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है. उन्होंने मिशन मोड में काम करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, “हमें नारी शक्ति के गौरव को स्थापित करना है. यह सत्र विकसित भारत को नई ऊर्जा देगा. विश्व के लोकतांत्रिक जगत में भारत का सामर्थ्य एक विशेष स्थान रखता है.”
उन्होंने आगे कहा, “2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तब हमें विकसित भारत का संकल्प पूरा करना है. यह बजट उस दिशा में एक नया विश्वास पैदा करेगा. हम अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे. इनोवेशन, इनक्लूजन और इन्वेस्टमेंट हमारे आर्थिक रोडमैप का आधार रहा है. इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिलों पर चर्चा होगी और देश को मजबूत करने वाले कानून बनेंगे.”
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के हर सत्र से पहले आने वाली विदेशी रिपोर्ट्स पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “2014 के बाद यह पहला सत्र है जिससे पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं आई है. हर सत्र से पहले कुछ लोग शरारत के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.” उनका यह इशारा संसद के पिछले सत्रों से पहले आने वाली विदेशी संस्थाओं की रिपोर्ट्स और विपक्ष द्वारा उन्हें लेकर किए गए हंगामे की ओर था.
इस बजट सत्र में सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है. सरकार ने विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए मिशन मोड में काम करने का संकल्प लिया है. इस सत्र में आर्थिक सुधार, महिला सशक्तिकरण और देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. साथ ही, कई ऐतिहासिक बिलों को पेश किए जाने की संभावना है, जो देश को नई दिशा देने में मददगार साबित होंगे. देश की जनता इस बजट सत्र से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है, क्योंकि यह न केवल आर्थिक सुधारों को गति देगा, बल्कि समावेशी विकास की राह भी प्रशस्त करेगा.