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लखनऊ : अवैध हुक्का बारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार, नागरिक समाधान दिवस में मण्डलायुक्त को भी सौंपा गया ज्ञापन

लखनऊ : ग्रेटर लखनऊ जनकल्याण महासमिति के महासचिव विवेक शर्मा ने अवैध रूप से शहरों में चल रहे हुक्का बारों पर प्रतिबंध लगाने के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।
शहर के हुक्का बार नशे के साथ ही अय्याशी का अड्डा बन चुके हैं। फ्लेवर्ड हुक्का तो केवल दिखावा होता है, इसकी आड़ में चरस, स्मैक, हेरोइन, अफीम तक उपलब्ध कराई जाती है। अवैध रूप से चल रहे हुक्का बारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन हुक्का बारों में जाने वालों में किशोरों की संख्या अधिक होती है जो 12वीं कक्षा से नीचे के छात्र-छात्राएं हैं। इनमें सिर्फ हर तरह का नशा ही नहीं, वरन् देह व्यापार के रैकेट तक संचालित होते हैं, जिसमें अमीर किशोरों को फंसाया जाता है।
हुक्का बारों में ज्यादातर ग्राहक नाबालिग ही आते हैं। सूत्रों के अनुसार, हुक्का बार पर पुलिस, प्रशासन या अन्य विभागों की कार्रवाई सिर्फ वसूली के लिए होती है, क्योंकि कार्रवाई के कुछ दिन में ही मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता है और हुक्का बार पुनः संरक्षण पाकर चलने लगता है।
मुख्यमंत्री से पूरे प्रदेश में नशे के इस कारोबार और अय्याशी का अड्डा बने हुक्का बारों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है, ताकि प्रदेश के मासूम नाबालिग किशोर/किशोरियों का भविष्य अंधकारमय न हो।
मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र की प्रति आज ग्रेटर लखनऊ जनकल्याण महासमिति के महासचिव विवेक शर्मा ने नागरिक समाधान दिवस पर मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब को सौंपी तथा उम्मीद जताई कि युवाओं को नशे की लत से बचाने और उनके उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अवैध रूप से चल रहे हुक्का बारों के सम्बन्ध में जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी ग्रेटर लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष रूप कुमार शर्मा ने दी।

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