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उत्तराखंड : जंगलों में आग लगानेवाले तीन लोग गिरफ्तार, भेजे गए जेल

डेस्क : जंगलों में भीषण आग से प्रदेश की वन संपदा का भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जिले के वनाग्नि प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने आग लगाने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

देशभर में गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर जंगलों में आग लगने की 31 घटनाएं सामने आईं हैं जिनमें दो व्यक्ति झुलस गए। वन विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में कुमाउं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 जबकि गढ़वाल में पांच घटनाएं हुईं, जिनमें 33.34 हैक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। इसी बीच रूद्रप्रयाग में जंगलों में आग लगाने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्हें अब जेल भेज दिया गया है।

वनाग्नि को रोकने के लिए रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल ने जखोली के तडियाल गांव के पास जंगल में आग लगाते हुए नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्ट को रंगे हाथ दबोचा है। आरोपी ने बचाव में कहा कि बकरियों के नई घास उगे जिसके लिए उसने जंगल में आग लगाई। इसपर कार्रवाही करते हुए दक्षिणी जखोली वन क्षेत्राधिकारी ने आरोपी को हिरासत में लिया। उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और अब आरोपी नरेश को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

इसी बीच उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमंत सिंह पुत्र उदय सिंह और भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर पकड़कर जेल भेज दिया गया है। जनपद रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और इसके अलावा शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया गया है। जनता से अपील है की इस तरह की हरकतें करने से बचें या कोई करता हुआ दिखे दो वन विभाग को सूचित करें।

 

 

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