राष्ट्रीय

महाराष्ट्र : ‘महायुति’ में बगावत- छगन भुजबल के भतीजे समीर ने NCP मुंबई अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

डेस्क : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (maharashtra assembly election) से पहले महायुति में बगावत देखने को मिली है. कारण, छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) के भतीजे और एनसीपी अजित पवार की मुंबई इकाई के अध्यक्ष समीर भुजबल ने पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नांदगांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. दरअसल, महायुति में सीट शेयरिंग के मद्देनजर नांदगांव सीट एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास है और शिंदे पहले ही वहां से मौजूदा विधायक सुहास कांडे को उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं.

दरअसल, समीर भुजबल नंदगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे और वह पार्टी से टिकट की मांग रह थे. एनसीपी के कार्यकर्ता यह सीट समीर भुजबल के लिए मांग रहे थे और एनसीपी कार्यकर्ताओं ने ये भी ऐलान किया था कि वे नंदगांव में सुहास कांडे के समर्थन में काम नहीं करेंगे. लेकिन उनकी नहीं सुनी गई और सीट शेयरिंग फॉर्मूला के तहत ये सीट एकनाथ शिंदे के खाते में चली गई. इसके बाद शिंदे ने यहां से अपनी पार्टी के वर्तमान विधायक सुहास कांडे को टिकट दे दिया.

पार्टी पदाधिकारियों को पत्र लिखकर समीर भुजबल ने कहा, “लगभग एक साल पहले आप सभी ने मुझ पर विश्वास किया और मुझे मुंबई अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई. इस जिम्मेदारी को निभाते हुए हम बेहद प्रतिकूल स्थिति में हैं. संगठन को मजबूती से खड़ा किया गया. इसमें हमने जिलाध्यक्ष से लेकर बूथ तक संगठन खड़ा किया. लेकिन नंदगांव में स्थिति बहुत खराब है. पिछले पांच वर्षों में इस विधानसभा क्षेत्र का वातावरण और यहां के नागरिक काफी प्रदूषित हो गए हैं. इस संबंध में नंदगांव के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और नागरिकों की बैठक हुई. नंदगांव में नागरिकों की बढ़ती मांग के मद्देनगर मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया. मैं NCP के मुंबई अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं.”

इसके अलावा मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर एनसीपी (शिंदे) बनाम बीजेपी की खींचतान चल रही है. शिंदे चाहते हैं कि पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी यहां से चुनाव लड़ें. लेकिन बीजेपी भी यहीं से चुनाव लड़ना चाहती है. बीजेपी का कहना है कि प्रदीप शर्मा एंटीलिया और मनसुख हिरन मर्डर केस में आरोपी हैं और उनकी पत्नी को उम्मीदवार नहीं बनाया जाना चाहिए, ऐसे में बीजेपी का उम्मीदवार बेहतर रहेगा.

बता दें कि महाराष्ट्र में चुनावी तारीख का ऐलान हो गया है. राज्य में सभी 288 सीटों पर एक चरण में ही मतदान होगा. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 23 नवंबर को मतगणना होगी. महाराष्ट्र में फिलहाल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार है. सत्ताधारी महायुति में एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी शामिल है. इस गठबंधन के सामने मुख्य रूप से महाविकास अघाड़ी मैदान में है. इसमें कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *