डेस्क: बारामती तालुका के होल गांव में 9 वर्षीय पीयूष विजय भंडलकर की उसके पिता द्वारा गुस्से में दीवार पर सिर पटककर और गला दबाकर हत्या करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
14 जनवरी की दोपहर ढाई बजे यह घटना उसके घर में हुई।
इसके बाद इस पूरी घटना को छुपाने की कोशिश की गई। लेकिन वडगांव निंबालकर पुलिस ने इस हत्या का रहस्य उजागर करते हुए पिता विजय गणेश भंडलकर, मृतक पीयूष की दादी शालन गणेश भंडलकर और संतोष सोमनाथ भंडलकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दादी पर घटना छुपाने और झूठी जानकारी देने का आरोप
पिता विजय भंडलकर ने पीयूष को डांटते हुए कहा, “तू पढ़ाई नहीं करता, हमेशा बाहर खेलता रहता है, और अपनी मां की तरह मेरा सम्मान खराब कर रहा है,” और उसे हाथों से पीटा। गुस्सा इतना बढ़ गया कि उसने उसका गला दबा दिया और दीवार पर पटक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पीयूष की दादी ने यह सब देखा, लेकिन उसने विजय को रोका नहीं। बाद में विजय के कहने पर दादी ने झूठी जानकारी दी कि पीयूष चक्कर खाकर गिर गया था।
झूठा बहाना: चक्कर खाकर गिरने का दावा
संतोष भंडलकर ने पीयूष को डॉ. भट्टड के क्लिनिक में ले जाकर विजय के कहने पर बताया कि पीयूष चक्कर खाकर गिर गया था। डॉक्टर ने पीयूष को होल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की सलाह दी। लेकिन उसे वहां न ले जाकर और पुलिस या किसी अन्य व्यक्ति को जानकारी दिए बिना सीधे अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली गई। पुलिस को जब गुप्त सूचना मिली, तो उन्होंने अंतिम संस्कार रुकवाया और पीयूष का शव पोस्टमार्टम के लिए बारामती भेजा। जांच में पता चला कि पिता ने ही पीयूष की हत्या की थी।