कमांडेंट गौरव बधाना, प्रो. संदीप तिवारी, बिनोद कुमार पंसारी, डॉ. अंजू अग्रवाल तथा ललित खेतान आदि ने रखे महत्वपूर्ण विचार

दरभंगा : इंटरनेशनल यूनेस्को डे पर यूनेस्को क्लब दरभंगा द्वारा “एक शाम वीरों के नाम सह पास्ट प्रेसिडेंट नाइट” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्लब के अध्यक्ष बिनोद कुमार पंसारी की अध्यक्षता में श्रीकृष्णा रेजिडेंसी होटल, दरभंगा में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बटालियन 2, एनसीसी, दरभंगा के कमांडिंग ऑफिसर गौरव बधाना तथा सम्मानित अतिथि के रूप में इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ़ दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रो संदीप तिवारी उपस्थित हुए, जिन्हें क्लब के सदस्यों द्वारा पाग, चादर एवं मोमेंटो से स्वागत किया गया। दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ हुए कार्यक्रम में दरभंगा जूनियर पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने स्वागत, राष्ट्रभक्ति एवं सैनिकों के सम्मान में अनेक मधुर गीत प्रस्तुत किया, जबकि दरभंगा सेन्ट्रल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रगीत एवं मिथिला संस्कृति पर आधारित लोकगीतों पर मोहक डांस प्रस्तुत किया। देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीदों की वीरांगना कामिनी कुमारी को नीलम पंसारी, नीलम देवी को नीलम अग्रवाल तथा अनीता देवी को सुगंधा चौधरी द्वारा क्लब की ओर से चादर, मोमेंटो तथा गिफ्ट पैकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।


इस अवसर पर क्लब के पूर्व अध्यक्षों- सुबोध कुमार सिन्हा, युगल किशोर सर्राफ, डॉ रामबाबू खेतान, मनोरंजन कुमार अग्रवाल, बिनोद कुमार पंसारी, डॉ जयशंकर झा, कमल कुमार अग्रवाल, प्रो बृजमोहन मिश्रा, डॉ बी के मिश्रा, डॉ गीतेन्द्र ठाकुर, डॉ बीबी शाही, डॉ आरएनपी सिन्हा, डॉ विनोद कुमार, रतन कुमार खेरिया, हीरा कुमार झा तथा डॉ ए के गुप्ता को मुख्य अतिथि, सम्मानित अतिथि एवं सदस्यों द्वारा अंग वस्त्र एवं मोमेंटो से सम्मानित किया गया। डॉ अंजू अग्रवाल के सुव्यवस्थित संचालन में आयोजित कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन क्लब के कोषाध्यक्ष ललित खेतान ने किया।

अतिथियों का स्वागत करते हुए अध्यक्ष बिनोद कुमार पंसारी ने कहा कि आज का दिन सिर्फ यूनेस्को की स्थापना का ही नहीं, बल्कि शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों को अपनाने का भी दिन है। आज ही के दिन 4 नवंबर, 1948 को यूनेस्को की स्थापना हुई, जिसका मुख्यालय पेरिस में है। यूनेस्को विश्व भर में शैक्षणिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक विरासत रक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहा है। उन्होंने क्लब के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारा क्लब भी यूनेस्को के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए समाजसेवा और मानव मूल्यों को सदा आगे बढ़ा रहा है।

मुख्य अतिथि गौरव बधाना ने सैनिकों की देशभक्ति एवं उनके कर्तव्यों की चर्चा करते हुए कहा कि देश की सेवा करते हुए एक सैनिक के लिए शहीद होना उनका सर्वोच्च बलिदान होता है, जिनपर पूरे देश को गर्व होता है। मैं ऐसे सैनिकों तथा उनकी वीरांगना पत्नियों को दिल से सैल्यूट करता हूं। ऐसे सैनिकों से प्रेरणा लेकर हम सबको अपने देश में के लिए बेहतर रोल अदा करना चाहिए। सम्मानित अतिथि प्रो संदीप तिवारी ने कहा कि हमें देश के लिए कुछ भी करने के लिए सदा तैयार रहना चाहिए। क्लब समाज की शैक्षणिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक बेहतरीन के लिए लगातार अच्छा कार्य करता रहा है। उन्होंने अपनी ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए क्लब के कार्यक्रमों को दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में भी कराते रहने की अपील की।

इस अवसर पर डॉ. रामबाबू खेतान, डॉ. बीके मिश्रा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए जबकि एके कश्यप, रामबाबू साह तथा डॉ आर एन चौरसिया आदि ने सराहनीय सहयोग किया। दीपक कुमार सिन्हा, डॉ ओम प्रकाश, प्रो मधु रंजन प्रसाद, सिद्धू मल, राजकुमार मारीवाल, प्रो रघुनाथ शर्मा, डॉ एम एच खान राजू , मोहम्मद शमीम हैदर, विशाल गौरव, मनोज डोकनिया, डॉ अलका द्विवेदी, डॉ अंजु कुमारी, डॉ लता खेतान, आशा खेड़िया, मुक्ता सिन्हा आदि की कार्यक्रम में सहभागिता रही।
