छात्रों ने निकाली जागरूकता रैली, कुलपति ने दिलाई शपथ
दरभंगा। आसन्न विधान सभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार को कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय के नेतृत्व में
जागरूकता रैली निकाली गई। मौके पर सभी छात्रों व प्रध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि निर्भीक वातावरण में निष्पक्ष मतदान स्वस्थ प्रजातंत्र की पहली नींव है। देश व राज्य की उन्नति व प्रगति के लिए अधिक से अधिक मतदान जरूरी है। उन्होंने सभी से स्वयं के साथ साथ अन्य मतदाताओं से भी मतदान कराने के लिए आह्वान किया। कुलपति ने स्पष्ट रूप से कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए जात- पात, धर्म , रंग रूप से ऊपर उठकर स्वयं के साथ साथ समाज व राज्य की भलाई को ध्यान में रखते हुए वोट डालना चाहिए।उन्होंने कहा कि मतदान अधिकार ही नहीं बल्कि परम् कर्तव्य भी है जिसका सभी को निर्वहन करना ही चाहिए। उक्त जानकरी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने कहा कि जागरूकता रैली भी निकाली गई। रैली विश्वविद्यालय कैम्पस से निकली जो श्यामा मंदिर, आयकर चौराहा समेत अन्य मार्गों से गुजर कर फिर कैम्पस वापस आ गई। इस दौरान शिक्षा शास्त्र विभाग व पीजी के छात्रों ने जागरूकता सम्बन्धी स्लोगन लिखी तख्तियों को भी ले रखा था।सभी संस्कृत में ही मतदान जागरुकता के लिए नारे लगा रहे थे। वहीं कुलपति प्रो0 पांडेय ने नौ विन्दुओं में संस्कृत में तैयार संकल्पों को पूरा करने के लिए शपथ भी दिलायी।
मौके पर निदेशक डॉ घनश्याम मिश्र ने बताया कि हमें गांव मोहल्ला एवं आसपास में जाकर लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए आग्रह करना चाहिए। ध्यान रहे कि सभी कार्यों को छोड़कर प्राथमिकता के आधार पर इसी 6 एवं 11 नवम्बर को मतदान हेतु लोगों को प्रेरित करेंगे। उधर, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के संयोजक डॉ.रामसेवक झा ने कहा कि संस्कृत हमारी परंपरा की आत्मा है। यदि सामाजिक संदेश संस्कृत में दिया जाए तो वह न केवल प्रभावी होता है बल्कि हमारी सांस्कृतिक चेतना को भी सशक्त करता है। इसलिए संस्कृत में मतदाता जागरूकता की सुक्तियां लिखकर लोगों को अधिकाधिक संख्या में मतदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
मतदाता जागरूकता अभियान में कुलपति प्रो.लक्ष्मीनिवास पाण्डेय के अलावा निदेशक डॉ.घनश्याम मिश्र, डॉ . रामानंद मिश्र, डॉ.प्रीति रानी, डॉ.निशा, डॉ.गोपाल महतो, डॉ.संजीव कुमार, कुंदन कुमार ,पवन सहनी सहित पीजी , शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रथम तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं शामिल थे।
