डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे को लेकर उपजा विवाद मंगलवार को सुलझ गया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गठबंधन के दो प्रमुख सहयोगी दलों- जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को मना लिया है. नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने दोनों ही दलों को 1-1 अतिरिक्त सीट देने की तैयारी की, जिसे दोनों नेताओं ने स्वीकार कर लिया.
पहले हुए सीट बंटवारे के तहत, भाजपा ने हम और रालोमो को 6-6 सीटें देने का फैसला किया था, जिससे दोनों ही दल संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. हम के प्रमुख जीतन राम मांझी और रालोमो के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही अपनी-अपनी पार्टियों के लिए 8-8 सीटों की मांग कर रहे थे.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने दोनों नेताओं से बात की और सहमति बनाने की कोशिश की. लंबी बातचीत के बाद, भाजपा ने हम और रालोमो दोनों को अब 7-7 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की पेशकश की है. मांझी और कुशवाहा ने इस नए फार्मूले को स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान अब समाप्त हो गई है.
गठबंधन के इस संशोधित सीट बंटवारे के बाद, अब यह साफ हो गया है कि भाजपा 100 सीटों पर, जदयू 100 सीटों पर, हम 7 सीटों पर और रालोमो 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गठबंधन में अन्य छोटे सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे. इस सहमति के बाद, अब एनडीए एकजुट होकर बिहार चुनाव में उतरेगा.