डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सभी युवा अधिकारियों को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अंत करने के लिए कठोर रुख के साथ काम करना होगा. यहां भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2023 बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के साथ बातचीत में शाह ने कहा कि अब समय आ गया है कि पुलिस देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करे.
उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं के भीतर होने वाले अपराधों को कम करने और नागरिकों को कम से कम समय में न्याय दिलाने के लिए पुलिस व्यवस्था को सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की जाए और उनके खिलाफ अत्याचारों को रोकने के प्रयास किए जाएं.’’ गृह मंत्री ने कहा कि गरीबों, बच्चों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा का मतलब सिर्फ सीमा की सुरक्षा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र नागरिकों से बनता है. नागरिकों की सुरक्षा ही राष्ट्र की सुरक्षा का आधार है.’’ शाह ने कहा कि जब वह सुरक्षा की बात करते हैं तो यह केवल जीवन और संपत्ति की सुरक्षा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संविधान द्वारा नागरिकों को दिए गए अधिकारों की सुरक्षा भी है.