डेस्क : पत्रकार मुकेश चंद्राकार हत्याकांड मामले में बीजापुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड ठेकेदार सुरेश चंद्राकार को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है।
SIT ने यह गिरफ्तारी रविवार देर रात की। पुलिस इससे पहले सुरेश के दो भाइयों, रितेश और दिनेश चंद्राकर और एक मजदूर को गिरफ्तार कर चुकी है। यह गिरफ्तारी 6 जनवरी 2025 को हुई। बता दें कि सुरेश चंद्रकार कांग्रेस नेता और ठेकेदार भी हैं, जिसे पकड़ने के लिए SIT की टीम शनिवार को हैदराबाद गई थी।
सुरेश चंद्राकर की पत्नी को भी पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में रविवार की शाम कांकेर से हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ जारी है। बता दें कि घटना के बाद से ही आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर फरार था।
मुकेश चंद्राकर की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में अपने ड्राइवर के घर पर छिपा हुआ था। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और करीब 300 मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया। इस गहन जांच के बाद मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया।
यह मामला पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या से जुड़ा है। मुकेश चंद्रकार की हत्या की जांच SIT कर रही है। SIT ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार भी शामिल है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकार की हत्या 1 जनवरी की शाम लगभग आठ बजे मुकेश चंद्राकार के चचेरे भाई रितेश चंद्राकार ने सहयोगी महेंद्र रामटेके के साथ की थी। हत्या कर शव को सैप्टिक टैंक में डाल कर टैंक के उपर स्लैब ढाल दिया गया था।
बस्तर आईजीपी सुंदरराज के अनुसार वारदात के बाद रितेश चंद्राकार ने जगदलपुर में मौजूद अपने बड़े भाई दिनेश चंद्राकार और सुरेश चंद्राकर को दी और बोदली में दिनेश चंद्राकार की मुलाक़ात रितेश और महेंद्र रामटेके से हुई। यहां से तीनों मृतक मुकेश चंद्राकार के फोन को दूर फेंक कर रितेश चन्द्राकार सबसे बड़े भाई और ठेकेदार सुरेश की गाड़ी से रायपुर होते हुए दिल्ली भाग गया। जबकि दो जनवरी को सुबह दिनेश चंद्राकार सुबह चट्टान पारा स्थित घटनास्थल पहुंचा और सुरेश चंद्राकार के बाड़े में मौजूद उस सैप्टिक टैंक की नए सिरे से सीमेंट से कवर कर दिया।