डेस्क : राजस्थान से एक बेहद शर्मनाक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां अपने ही बच्चों की वजह से एक बुजुर्ग दंपत्ति ने पानी की टंकी में डूबकर आत्महत्या कर ली. अपनी जीवन लीला समाप्त करने से पहले दंपत्ति ने घर की दीवार पर एक नोट चिपकाया था, जिसमें उन्होंने अपनी मौत का कारण अपने ही बच्चों को बताया. पुलिस ने बताया कि पर्चे पर दंपत्ति के बच्चों द्वारा उनके साथ किए जा रहे कथित अत्याचारों की पूरी लिस्ट लिखी थी, साथ ही ये भी लिखा था कि वो ऐसा संपत्ति हड़पने के लिए कर रहे थे. मामला राजस्थान के नागौर का है, जहां इस घटना के बाद से लोगों में मृतक दंपत्ति के बच्चों के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है.
पुलिस के मुताबिक 70 वर्षीय हजारीराम बिश्नोई और उनकी 68 वर्षीय पत्नी चावली देवी राजस्थान के नागौर में रहते थे और गुरुवार को उनके शव करणी कॉलोनी में उनके घर के अंदर एक पानी की टंकी से बरामद किए गए. दंपति के चार बच्चे थे- दो बेटे और दो बेटियां. दंपत्ति ने अपने घर की दीवार पर चिपकाए गए दो पेज के सुसाइड नोट में लिखा कि उनके एक बेटे, राजेंद्र ने उन्हें तीन बार पीटा, जबकि दूसरे सुनील ने ऐसा दो बार किया. सुसाइड नोट में लिखा था कि दंपति के बेटों और उनकी बहुओं ने न केवल उन्हें कम से कम पांच बार पीटा, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी और उन्हें खाना देना बंद कर दिया, और अपनी मां से कहा कि ‘एक कटोरा ले लो और भीख मांगो.’
दंपत्ति ने कथित तौर पर नोट में बच्चों द्वारा जान से मारने की धमकी का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा कि उनके बेटों और बेटियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने किसी और को बताया या पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई तो वो उन्हें नींद में ही मार देंगे. नोट में राजेंद्र और उसकी पत्नी रोशनी का नाम है. सुनील, उसकी पत्नी अनीता और बेटा प्रणव और दंपति की बेटियां मंजू और सुनीता साथ कुछ और रिश्तेदारों के नाम है. दंपति ने कहा कि उनके बच्चे सारी संपत्ति अपने नाम पर चाहते थे और रिश्तेदारों ने उन्हें किसी भी तरह से इसे हासिल करने के लिए प्रेरित किया था. दपत्ति ने नोट में ये भी आरोप लगाया कि उनके बच्चे उन्हें खाने के लिए खाना भी नहीं देते थे.