एनएसएस शिक्षा का अनिवार्य एवं अभिन्न अंग, जिससे छात्रों को मिलता है व्यावहारिक एवं पूर्ण ज्ञान- डॉ. चौरसिया
मधुबनी : भारती मंडन महाविद्यालय, रहिका, मधुबनी में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के अंतर्गत छठे दिन का आयोजन वर्चुअल मोड में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य विषय था “सामाजिक समस्याएँ और एनएसएस स्वयंसेवकों की भूमिका”, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर सहभागिता की।
कार्यक्रम का शुभारंभ एनएसएस लक्ष्य गीत- उठें उठें समाज के लिए उठें…. के सामूहिक गायन से हुआ। तत्पश्चात् एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार द्वारा विषय का सारगर्भित परिचय प्रस्तुत किया गया। उन्होंने मिथिलांचल की सामाजिक चुनौतियों, जैसे नशा, अशिक्षा, लैंगिक असमानता, बाल श्रम, बेरोज़गारी, बाल विवाह, वृद्धजन की उपेक्षा और स्वच्छता की कमी पर प्रकाश डालते हुए स्वयंसेवकों की भूमिका को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के एनएसएस समन्वयक डॉ. आरएन चौरसिया ने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने “नशा मुक्ति एवं युवा की भागीदारी” विषय पर प्रभावशाली व्याख्यान दिया तथा युवाओं को सामाजिक चेतना का वाहक बनने हेतु प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि एनएसएस शिक्षा का अनिवार्य और व्यावहारिक अंग है। यदि हम अपने अध्ययन के साथ-साथ एनएसएस से भी जुड़ते हैं तभी हमारी शिक्षा वास्तविक, व्यावहारिक एवं पूर्ण मानी जाएगी, अन्यथा सिर्फ सैद्धांतिक शिक्षा ही मानी जाएगी। उन्होंने बताया कि विशेष शिविर ‘कैंपस तू कम्युनिटी की यात्रा’ है जो छात्रों को समाज की मूलभूत समस्याओं से रूबरू करने एवं उन्हें दूर करने की सीख देता है।
इसके पश्चात स्वयंसेवकों द्वारा कविता-पाठ, भाषण, पोस्टर प्रदर्शन एवं राष्ट्रगीत जैसे रचनात्मक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें अंजली, चंदन, सरिता, काजल, रुक्मिणी और रंजन कुमारी भाग लिया। इनकी प्रस्तुतियों में सामाजिक सरोकार,भक्ति, प्रेरकता, लोक- संस्कृति की स्पष्ट झलक थी।
अंत में एक खुला ‘वाद-विवाद संवाद’ सत्र का आयोजित किया गया, जिसमें छात्र- छात्राओं ने अपने विचार, सुझाव और अनुभवों को साझा किए। यह संवाद अत्यंत विचारोत्तेजक एवं उत्साहवर्धक रहा। भौतिक विभागध्यक्ष एवं वर्सर डॉ विनय कुमार ने शिविर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए “सामाजिक समस्याएं एवं एनएसएस स्वयंसेवकों की भूमिका को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ संतोष कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने मुख्य वक्ता, सभी सहभागी विद्यार्थियों, तकनीकी सहयोगियों एवं आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया।