सहरसा : जिले के महिषी स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां उग्रतारा मंदिर में दान में दी गई लाखों के जेवरात और वस्तुओं के हेराफेरी का एक मामला सामने आया है. जिसको लेकर मंदिर न्यास समिति के वर्तमान सचिव केशव कुमार ने महिषी थाना में आवेदन देकर पूर्व सचिव पिंकू मिश्रा और पूर्व कोषाध्यक्ष पर तकरीबन 50 लाख से अधिक मूल्य के दान के सामानों का गबन का आरोप लगाते हुए स्थानीय महिषी थाने में एफआईआर दर्ज कराया है.
वर्तमान सचिव केशव कुमार की मानें तो 50 लाख से अधिक दान में दी गई, सामग्री की हेराफेरी की गई है. जिसको लेकर वर्तमान सचिव के द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. थाने में एफआईआर दर्ज करवाने वाले वर्तमान सचिव केशव कुमार की माने तो पूर्व सचिव पिंकू मिश्रा, पूर्व कोषाध्यक्ष माणिक चंद झा के द्वारा भगवती के लाखों की चल संपत्ति जो भगवती के कोषागृह में पूर्व से श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए सोना चांदी के बहुमूल्य जेवरात के मंदिर कोषागृह के गोदरेज में सेवायतो और समिति के सदस्यों के समक्ष सुरक्षित रखे गए थे.
पूर्व सचिव के कार्यकाल में चढ़ाए गए आभूषण और सोना तकरीबन 50 लाख से अधिक मूल्यवान वस्तुओं का गबन किया गया है. जिसको लेकर वर्तमान सचिव ने थाने में एफआईआर दर्ज कराते हुए निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
वहीं इस पूरे मामले पर सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उग्रतारा मंदिर के ट्रस्ट के सचिव जो वर्तमान सचिव है. केशव जी उनके द्वारा एक आवेदन दिया गया है कि पूर्व सचिव पिंकू मिश्रा के द्वारा दान में मिली रकम का गबन किया गया है और ये अलग-अलग फर्केशन है. इसके आधार पर 10 सितंबर 24 को एक कांड महिषी थाना में दर्ज किया आइडल है. इसमें अनुसंधान किया जा रहा है.