दरभंगा (नासिर हुसैन) : आकाशवाणी रोड स्थित होटल सीतायन के सभागार में अखिल भारतीय मिथिला संघ, दरभंगा की ओर से गुरुवार को संघ के अध्यक्ष विनय कुमार झा उर्फ संतोष झा की अध्यक्षता में महाराजाधिराज सर कामेश्वर सिंह की 117वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए संतोष झा ने कहा कि देश-समाज के लिए दरभंगा महाराज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आज दरभंगा में जो कुछ है, वह सब दरभंगा महाराज द्वारा किया गया है, चाहे वह डीएमसीएच हो, विश्वविद्यालय हो या फिर चीनी मिल और सड़कें।
इस अवसर पर संघ के उपाध्यक्ष रामनाथ पंजियार ने कहा कि देश का ऐसा कोई पुराना विश्वविद्यालय नहीं, जिसमें महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह का योगदान नहीं रहा हो। उन्होंने अपनी जमीन देकर दरभंगा हाउस बनवाया। संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार कश्यप ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में महाराज ने एक ही रात में इलाहाबाद में कांग्रेस के लिए भवन खरीद कर पार्टी को दान के रूप में समर्पित किया था। संयुक्त सचिव पवन कुमार चौधरी ने कहा कि किसानों के हित में महाराज ने कई चीनी मिल की स्थापना की थी। पूर्व पार्षद उपेंद्र कुमार ने कहा कि वर्ष 1962 में जब भारत-चीन की लड़ाई हुई तो देश जर्जर स्थिति में था। उस कठिन दौर में दरभंगा महाराज ने 15 मन सोना सरकार को दान देकर भारत को मजबूत करने का काम किया था। इस दौरान संघ के प्रवक्ता रोशन कुमार झा ने भी महाराजा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
जयंती समारोह के अंत में रौशन कुमार झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम में पवन कुमार मिश्रा, पूर्व पार्षद विशंभर पासवान, समर झा, राकेश कुमार, संजय कुमार, बिट्टू चौधरी, हुसैन मंसूरी, मो. अरमान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।