‘महाकवि श्रीहर्ष के काव्य में श्रृंगार रस- विमर्श’ पर संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो देवनारायण झा देंगे एकल व्याख्यान
स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में आयोजित होने वाले निःशुल्क व्याख्यान में सभी सहभागियों को दिया जाएगा प्रमाण पत्र
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग तथा डॉ प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में 23 अक्टूबर, 2024 को “महाकवि श्रीहर्ष के काव्य में श्रृंगार रस- विमर्श” विषय पर निःशुल्क एकल व्याख्यान का आयोजन पीजी संस्कृत विभाग के सभागार में किया जाएगा, जिसमें कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर देवनारायण झा का एकल व्याख्यान होगा।
उक्त व्याख्यान की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से स्नातकोत्तर संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो की अध्यक्षता में आयोजन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक संस्कृत विभाग में हुई, जिसमें फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, संयोजक डॉ आर एन चौरसिया, विभागीय प्राध्यापिका- डॉ ममता स्नेही एवं डॉ मोना शर्मा, जेआरएफ- मनी पुष्पक घोष एवं सदानंद विश्वास, छात्र- जिग्नेश कुमार, रजनीश कुमार महतो एवं जनार्दन मुखिया के साथ ही विभागीय विद्यासागर भारती, मंजू अकेला, योगेंद्र पासवान तथा उदय कुमार उदेश आदि उपस्थित थे।
व्याख्यान के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन आगामी 23 अक्टूबर को पूर्वाह्ण 11 बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें भाग लेने के लिए इच्छुक शिक्षक, शोधार्थी, छात्र-छात्राएं एवं अन्य सभी संस्कृत- प्रेमी पंजीयन हेतु स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में अथवा संयोजक डा चौरसिया के मो नं- 9905437636 पर संपर्क कर सकते हैं।