डेस्क : भारतीय नौसेना मुख्यालय में काम करने वाले क्लर्क विशाल यादव को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को संवेदनशील सैन्य जानकारी लीक करने का आरोप है.
आरोपी की पहचान हरियाणा निवासी विशाल यादव के रूप में हुई है, जिसे राजस्थान पुलिस के खुफिया विभाग ने गिरफ्तार किया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि यादव लंबे समय से आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था और उसने अपने मोबाइल फोन के जरिए नौसेना और अन्य रक्षा इकाइयों के बारे में गोपनीय जानकारी साझा की थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विष्णुकांत गुप्ता के अनुसार, राजस्थान की सीआईडी खुफिया इकाई पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों की जासूसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही थी, जब यादव जांच के दायरे में आया. निगरानी से पता चला कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए प्रिया शर्मा के नाम से काम करने वाली एक महिला आईएसआई हैंडलर के लगातार संपर्क में था. गुप्ता ने बताया कि हैंडलर ने यादव को हनीट्रैप में फंसाया और उसे रणनीतिक और गोपनीय रक्षा जानकारी निकालने के लिए पैसे दिए.
पुलिस के मुताबिक, विशाल यादव को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी, जिसके कारण वह कर्ज में डूब गया. कर्ज चुकाने के लिए उसने आईएसआई को जानकारी बेची. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अकाउंट के साथ-साथ उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर के जरिए भुगतान किया गया. विशाल यादव से जयपुर के सेंट्रल इंट्रोगेशन सेंटर में खुफिया एजेंसियों की संयुक्त टीम पूछताछ कर रही है. जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कितनी गोपनीय जानकारी लीक हुई और क्या कोई अन्य जासूसी नेटवर्क से जुड़ा है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद संदिग्ध पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क पर देश भर में कार्रवाई तेज हो गई है. पिछले कुछ हफ्तों में हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा सहित कई लोगों को आईएसआई से कथित संबंधों के लिए हिरासत में लिया गया है.